
मेघवाल-भाटी की वर्चस्व की लड़ाई,कौन बनेगा बाजीगर, पढि़ए विशेष रिपोर्ट





कोलायत में वर्चस्व की जंग में प्रधानी पाना बनेगा चुनौती
सम्मान समारोह के माध्यम से भाजपा की चुनावी पंचायती
खुलासा न्यूज,बीकानेर। जिले में चुनावों की आहट के साथ ही कांग्रेस-भाजपा ने चुनावी घोड़े दौड़ाने शुरू कर दिए है। पंचायतों की प्रधानी व जिले के प्रमुख की गद्दी पर आसीन होने के लिये दोनों ही राजनीतिक दलों ने कमोवेश कमरकश ली है। ऐसे में कोई सम्मान समारोह की सीढ़ी चढ़कर तो कोई स्नेह मिलन के जरिये अपनी ताकत को बढ़ाने की जुगत में लग गया है। कुछ ऐसा ही नजारा रविवार को कोलायत में देखने को मिला। जहां पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी के समर्थकों ने नवनिर्वाचित सरपंचों का सम्मान समारोह आयोजित कर भाजपा में खलबली मचा दी है। अंदरखाने की बात तो यह है कि इस समारोह के जरिये भाटी समर्थकों ने पंचायत चुनाव लडऩे के इच्छुक कार्यकर्ताओं से आवेदन लिये है। जबकि भाजपा की ओर से सांसद पुत्र शनिवार को ही टिकट की चाह रखने वालों के आवदेन ले चुके है। ऐसे में एक बार फिर कोलायत में भाटी-मेघवाल अपने वर्चस्व को स्थापित करने में लग गये है। इस समारोह में जहां भाजपा का कोई आलाधिकारी दिखाई नहीं दिया। वहीं भाटी के पौत्र अंशुमान सिंह के साथ प्रधान जयवीर सिंह,पूर्व सरपंच रामकिशन आचार्य भी मौजूद रहे।
मूल भाजपा हम…..
इस समारोह के बाद अब दोनों ही गुट इस बात का जोरशोर से दावा कर रहे है कि मूल भाजपा वे ही है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर भी जुबानी जंग छिड़ी हुई है। समारोह के दौरान भी वक्ताओं को यह कहते हुए देखा गया कि चुनाव लडऩे वालों को पार्टी टिकट की चिंता करने की जरूरत नहीं। टिकट के लिये कही भटकने की जरूरत नहीं। टिकट भाटी साहब ही देंगे। वक्ताओं की इस तरह की भाषणबाजी से साफ जाहिर है कि भाजपा से निष्काषित चल रहे पूर्व मंत्री का कोलायत प्रधानी को लेकर प्रत्यक्ष हस्तक्षेप रहेगा। उधर भाजपा के नेताओं का कहना है कि रविवार का सम्मान समारोह का भाजपा से कोई लेना देना नहीं है। इसमें लिये आवेदन पर विचार करना न करना,पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं पर निर्भर है।
तीन वरिष्ठ नेताओं की प्रतिष्ठा का सवाल
कोलायत प्रधान को लेकर जहां भाजपा में खींचतान देखने को मिल रही है। वहीं कांग्रेस की प्रतिष्ठा भी दावं पर लगी है। गौर करने वाली बात यह है कि यह चुनाव जहां पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी का राजनीतिक भविष्य तय करेगा। वहीं केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल,उच्च शिक्षा राज्यमंत्री व कोलायत विधायक भंवरसिंह भाटी की प्रतिष्ठा भी दावं पर रहेगी। लोकसभा चुनाव में सांसद अर्जुनराम मेघवाल का खुलकर विरोध करने वाले के चलते पार्टी से निष्कासन का दंस झेल रहे देवीसिंह भाटी के लिये भी अपने समर्थकों को भाजपा की टिकट दिलाकर उन्हें चुनाव जीताना भी चुनौती से कम नहीं होगा।


