
मुस्लिम से हिंदू लड़की की शादी वाले ऐड को तनिष्क ने लिया वापस





नई दिल्ली। ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क ने ट्विटर पर ट्रेंड होने के बाद अपने उस विज्ञापन को वापस ले लिया है, जिसकी सोशल मीडिया पर एक वर्ग की ओर से आलोचना की जा रही थी। एकत्वम शीर्षक से जारी इस ऐड में मुस्लिम परिवार में एक हिंदू बहू को दिखाया गया था। इस पर ट्विटर पर एक बड़े वर्ग ने कंपनी को ट्रोल करते हुए कहा था कि आखिर हिंदू परिवार में मुस्लिम बहू क्यों नहीं दिखाते। य़ही नहीं यूजर्स ने यह भी आरोप लगाया था कि तनिष्क ने ऐड का नाम एकत्वम रखा है ताकि संस्कृत की आड़ में लव जिहाद को बढ़ावा दिया जा सके। सोमवार को दिन भर बॉयकॉट तनिष्क ट्रेंड होने के बाद कंपनी ने ऐड को वापस लेने का फैसला लिया था। हालांकि अब एक वर्ग कंपनी की ओर से ट्रोल्स के आगे सरेंडर करने का आरोप लगा रहा है और उसकी निंदा कर रहा है। दरअसल तनिष्क ने अपने नए विज्ञापन में हिंदू लड़की और मुस्लिम युवक की शादी को दिखाया था। इस पर ट्विटर यूजर्स ने के साथ कंपनी का विरोध किया था। कंपनी के ऐड को लेकर लोग लिख रहे थे कि आखिर किसी भी धर्म या जाति के बिना कोई विज्ञापन नहीं तैयार हो सकता। यही नहीं एक यूजर ने तो यह भी लिखा कि आखिर हम हर जगह हिंदू बहू ही क्यों देखते हैं। मुस्लिम बहू कहीं क्यों नहीं दिखती? ट्विटर पर तनिष्क के अलावा क्कड्डह्म्द्यद्गत्र भी ट्रेंड कर रहा था। दरअसल कंपनी ने ऐलान किया है कि वह ऐसे चैनलों को विज्ञापन नहीं देगा, जो भड़काऊ कॉंन्टेंट परोस रहे हैं। कथित टीआरपी स्कैम के बीच कंपनी की ओर से लिए गए इस फैसले की ट्विटर यूजर्स के एक बड़े वर्ग ने सराहना की है। वहीं एक तबके ने कहा कि यह खत्म होते ब्रांड का लिबरल्स की आड़ लेने जैसा है। बता दें कि इससे पहले बजाजा ऑटो के एमडी राजीव बजाज ने भी ऐलान किया था कि उनकी कंपनी की ओर से ऐसे चैनलों को विज्ञापन नहीं दिए जाएंगे, जो सनसनीखेज, भड़काऊ और एकतरफा समाचार देते हैं। पारले प्रोडक्ट्स के सीनियर कैटेगरी हेड कृष्णाराव बुद्धा ने कहा कि कंपनी ऐसे समाचार चैनलों को विज्ञापन नहीं देगी, जो विषैला कॉन्टेंट पेश कर रहे हैं। यही नहीं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम ऐसी संभावना पर विचार कर रहे हैं, जहां तमाम विज्ञापनदाता एक साथ आएं और ऐसे चैनलों को विज्ञापन न देने पर सहमति जताएं। ऐसा करके उन चैनलों को स्पष्ट संकेत दिया जा सकता है, जो इस तरह की सामग्री दे रहे हैं।

