
विक्रम की मौत का सौदा 20 लाख में हुआ तय






अजमेर। भू-करोबारी विक्रम शर्मा को ठिकाने लगाने के लिए शार्प शूटर संदीप खटोड़ ने 20 लाख रुपए की सुपारी ली थी। हिस्ट्रीशीटर धर्मेन्द्र चौधरी के भतीजे वरुण चौधरी ने विक्रम को ठिकाने के लिए यह सौदा किया था। आरोपी ने पूछताछ में पुलिस के सामने यह राज उगला है।
फेसबुक पर हुई वरुण से दोस्ती
पुलिस ने बताया कि शार्प शूटर संदीप (25) फेसबुक से वरुण चौधरी के संपर्क में आया था। संदीप और वरुण के बीच विक्रम शर्मा की हत्या का सौदा 20 लाख रुपए में तय हुआ। इसके बाद वह अपने साथी विशाल के साथ हरियाणा के सिरसा से वारदात के दस दिन पूर्व अजमेर पहुंचा। यहां आकाश और मोहित सोनी ने फॉयसागर रोड पर फैक्ट्री में रहने का इंतजाम किया।
22 जुलाई को अंजाम दी वारदात
भू कारोबारी विक्रम शर्मा की मोहित और उसके साथियों ने रैकी की। संदीप खटोड़ और उसके साथी 22 जुलाई की रात बी.के.कौल नगर में विक्रम के बंगले के बाहर घात लगाकर बैठे। यहां विक्रम के कार से उतरते ही बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। संदीप ईनामी बदमाश है। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने आरोपियों पर दो हजार का ईनाम घोषित किया। साथ ही स्पेशल टीम गठित की थी।
चाचा की हत्या का बदला
पुलिस ने बताया कि विक्रम प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़ा था। हिस्ट्रीशीटर धर्मेन्द्र चौधरी की हत्या के बाद उसका भतीजा वरुण दुश्मनी पाले बैठा था। दोनों के बीच कई बार जानलेवा हमले और मारपीट जैसी घटना हो चुकी थी। विक्रम और वरुण परस्पर हत्या की योजनाएं बनाने में जुटे थे। इस दौरान ही वह हरियाणा के चौपटा गांव निवासी संदीप खटोड़ पुत्र गणेशाराम के संपर्क में आया। विक्रम की हत्या के लिए शार्प शूटर संदीप और विशाल हरियाणा से आए थे। पुलिस इस मामले में मोहित सोनी और चंद्रेश उर्फ पिंटू को गिरफ्तार कर चुकी है।
वरुण और अन्य की तलाश
पुलिस को हत्याकांड के मास्टर माइंड वरुण चौधरी सहित आकाश सोनी, रवि और राहुल भाट की तलाश है। रविवार को पुलिस की स्पेशल टीम संदीप खटोड़ को हनुमानगढ़ जिले के भाकरांवाली से गिरफ्तार कर अजमेर पहुंची। टीम में थाना प्रभारी डॉ. रविश सामरिया, उप निरीक्षक कंवरपाल सिंह, हैड कांस्टेबल भगवान सिंह, किशोर कुमार, रामप्रकाश शामिल थे। पुलिस वरुण और अन्य आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है


