
भाजपा के इस नेता ने की राजस्थान में लॉकडाउन लगाने की मांग





जयपुर। राजस्थान में रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले और इनसे होने वाली मौतें जहां सरकार के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं, वहीं विपक्ष लगातार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए व्यवस्थाओं में सुधार की मांग कर रहा है। इस बीच अब कोरोना के बढ़ते पैमाने पर नियंत्रण पाने के लिए भाजपा नेता प्रदेश भर में एक बार फिर लॉकडाउन लगाने की पैरवी कर रहे हैं।
प्रदेश में लगे सम्पूर्ण लॉकडाउन विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से तीन बिदुओं पर ध्यान आकर्षित करते हुए व्यवस्था में सुधार करने का आग्रह किया है। राठौड़ ने प्रदेश में 15 दिन के लिए पूर्ण रूप से लॉकडाउन घोषित करने और लॉकडाउन पूरा होने के बाद भी अगले चरण में शनिवार, रविवार को लॉकडाउन जारी रखने का आग्रह किया है। वहीं आमजन को कोरोना की जाँच के लिए डॉक्टर की पर्ची की अनिवार्यता ख़त्म कर सभी को जाँच करवाने की सुविधा प्रदान करने की मांग की है।
डॉक्टरी पर्ची की अनिवार्यता हो ख़त्म राठौड़ ने कहा है कि प्रदेश में कोविड-19 जांच करवाने के लिए डॉक्टर की पर्ची की अनिवार्यता एक बड़ी बाधा बनी हुई है। इस कारण ज़्यादातर लोग अपनी कोविड सम्बन्धी जांच नहीं करवाते। उन्होंने आशंका जताई कि इस अनिवार्यता और व्यवस्था का खामियाजा कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के तौर पर सामने आएगा।
आमजन को कोरोना की जाँच के लिए डॉक्टर की पर्ची की अनिवार्यता ख़त्म कर सभी को जाँच करवाने की सुविधा प्रदान की जावे प्रदेश में 15 दिन के लिए पूर्ण रूप से लॉकडाउन घोषित कर दिया जाए । लॉकडाउन पूरा होने के बाद भी अगले चरण में शनिवार, रविवार को लॉकडाउन जारी रखा जावे ।
गौरतलब है कि उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ फिलहाल खुद कोरोना संक्रमित हैं और आइसोलेशन में रहते हुए स्वास्थ्य उपचार ले रहे हैं।
राजस्थान में स्थिति चिंताजनक, अस्पतालों पर बढ़ा भार
राजस्थान में कोरोना संक्रमण का खतरा कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है। दिन—ब—दिन एक्टिव केस बढ़ते जा रहे हैं और अस्पतालों पर कोरोना मरीजों का भार बढ़ता जा रहा है। इससे अन्य बीमारियों के मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं पर भी असर पड़ रहा है। वहीं कोरोना संक्रमण को लेकर हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। आज फिर एक्टिव केस बढ़कर 17468 पर पहुंच गए हैं। वहीं रिकवरी रेट अब भी कम है। आज सिर्फ 50 लोग रिकवर हुए हैं और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। वहीं राज्य में 7 लोगों की और मौत दर्ज की गई है।

