
पीबीएम में सुरक्षा पर ही सवाल,एजेन्सी का लाईसेंस निरस्त,अधीक्षक अनभिज्ञ





खुलासा न्यूज,बीकानेर। संभाग का सबसे बड़ा पीबीएम अस्पताल में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालात यह है कि इन विवादों की शिकायतें सामने आने के बाद भी पीबीएम की प्रशासनिक कमान संभालने वाले भी अनभिज्ञ है। इस बार मामला पीबीएम की सुरक्षा का है। जिसको लेकर गृह रक्षा विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए अस्पताल में सुरक्षा एजेन्सी का बीड़ा उठाने वाली एजेन्सी का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। कार्यालय नियंत्रक प्राधिकारी महानिदेशक राजीव दासोत ने आठ सितम्बर को भेजे पत्र में निर्धारित शर्तों व नियमों की पालना नहीं करने को आधार मानते हुए प्रदेश की पांच निजी सुरक्षा एजेन्सियों के लाइसेंस निरस्त कर दिये है। इसमें बीकानेर की एक एजेन्सी शामिल है।
इन एजेन्सियों के किये लाइसेंस निलंबित
बताया जा रहा है कि पूर्व में मिली शिकायतों के बाद विभाग की ओर से जनवरी में भी नोटिस जारी कर इन एजेन्सियों से जबाब मांगा गया था। किन्तु एजेन्सी की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए अपने स्तर पर इसका फीडबैक लिया और इन एजेन्सियों को दोषी मानते हुए प्राइवेट सुरक्षा अभिकरण अधिनियम 2005 एंव राजस्थान प्राइवेट सिक्यूरिटी सुरक्षा एजेन्सी नियम 2006 में निर्धारित प्रावधानों एवं नियमों की पालना नहीं करने पर मैं गजेंद्र एंटरप्राइजेज बीकानेर (लाइसेंस नं 153), मैं ब्रैवहार्ट सिक्यूरिटी सर्विसेज (लाइसेंस नं 216),मैं ए क्स सर्विसमैन वैलफेयर सोसायटी (लाइसेंस नं 753),मैं कोर सिक्यूरिटी सर्विसेज (लाइसेंस नं 806) व निशा सपोर्ट्स सर्विसेज (लाइसेंस नं 722)का लाइसेंस निलंबित किया गया है। यह एजेन्सियां निलंबन काल के दौरान निजी सुरक्षा सेवाएं उपलब्ध नहीं करा सकेंगी और इनसे किसी के द्वारा भी सुरक्षा सेवाएं लेना गैर कानूनी होगा।
अधीक्षक है अनभिज्ञ,आदेश न आने का दे रहे है हवाला
जानकारी मिली है कि पीबीएम अधीक्षक से जब इसकी शिकायत लेकर अन्य ठेकेदार पहुंचे तो उनको इस बात का हवाला देकर रवाना कर दिया गया कि अभी तक आदेश नहीं मिले है। जबकि कोरोना काल में मेल और अन्य सोशल माध्यमों से विभागीय आदेश दिए जा रहे है। ऐसे में अधीक्षक द्वारा इस प्रकार का जबाब कही न कही लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है। क्योंकि आदेश में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि निलंबन काल के दौरान सुरक्षा एजेन्सी की सेवाएं लेना गैर कानूनी माना जाएगा। फिर भी पीबीएम में अभी तक सुरक्षा एजेन्सी की सेवाएं बरकरार है।


