
दिन में सड़कों पर कफ्र्यू, गर्मी व उमस से आमजन परेशान






स्कूलों का समय नहीं बदलने से नौनिहालों पर भारी पड़ रही गर्मी, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर तो हालत खराब
बीकानेर। मौसम में आए बदलाव के कारण रविवार को तेज धूप और उमस ने लोगों को घर में दुबकने पर मजबूर कर दिया। साथ ही आने वाले दिनों में गर्मी और बढऩे की संभावनाएं बढ़ा दी। विगत एक सप्ताह से तेज धूप के कारण सुबह से शाम तक सड़कें आग उगल रही है, वहीं स्कूलों में दोपहर तक बैठे नौनिहाल परेशान हो रहे हैं। हालांकि कुछ जिलों में जिला कलक्टर ने स्कूलों का समय बदल दिया है लेकिन बीकानेर में ऐसा आदेश अब तक जारी नहीं हुआ है। सबसे अधिक परेशानी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नामा ंकित बच्चों को हो रही है, जहां न तो हवादार कमरे हैं और न ही कूलर की व्यवस्था है। हालांकि शिक्षा विभाग एवं महिला व बाल विकास विभाग के बीच हुए अनुबंध के बाद प्रदेश के हजारों आंगनबाड़ी केन्द्रों का सरकारी स्कूलों में समन्वय हो चुका है लेकिन अब भी सैंकड़ों आंगनबाड़ी केन्द्र किराए के एक-एक कमरे में संचालित हो रहे हैं, जहां नौनिहालों को गर्मी में इन समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है।
ठंडा पानी न छांया
बीकानेर शहर में ऐसे तीन दर्जन से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्र है, जो सरकारी स्कूलों के नजदीक है लेकिन उनका एकीकरण नहीं हो पाया है। किराए के कमरों में संचालित इन केन्द्रों पर बच्चों के बैठने तक की माकूल व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं हवा के लिए प ंखे व पीने के लिए ठंडा पानी तक इनको नसीब नहीं हो रहा है। हालांकि शिक्षा विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के क ार्मिक प्रति सप्ताह इन केन्द्रों का निरीक्षण करने आते हैं लेकिन अव्यवस्थाओं को नजर अंदाज कर चले जाते हैं।
सड़कों पर सन्नाटा
लू के थपेड़ों के चलते दिन के समय सड़कों पर कफ्र्यू से हालात नजर आते हैं। सूरज उगने के साथ ही भीषण गर्मी का दौर शुरू हो जाता है, जो देर शाम तक रहता है। रविवार को अवकाश के कारण लोग घरों में ही दुबके रहे। विगत एक सप्ताह से दिनों दिन पारा बढ़ता जा रहा है।
कोढ़ में हो रही खाज
भीषण गर्मी व लू से जहां आमजन परेशान है, वहीं पानी की भी अधिक खपत होती है, जबकि आपूर्ति न के बराबर हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल को लेकर हाहाकार बच रहा है। बीकानेर जिले के अधिकांश गांवों में परम्परागत जलस्रोत बंद होने के क ारण लोग जलदाय विभाग की ओर से सप्लाई किए जाने वाले पानी पर आश्रित हैं, जो समय पर आपूर्ति नहीं होने से परेशानी का कारण बना हुआ है।


