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रिसर्च के क्षेत्र मे बीकानेर ने स्थापित किया नया कीर्तिमान
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खुलासा न्यूज बीकानेर। राजकीय अभियांत्रिकी महाविध्यालय के इलैक्ट्रिकल इंजीनीयरिंग विभाग के छात्र कुलदीप सिंह राठौड़ ने घरों मे काम मे लिए जाने वाले विभिन्न विढ्युत उपकरणों मे काम मे ली जाने वाली मोटर तथा उसके कंट्रोलर के क्षेत्र मे नया आविष्कार कर अपने महाविध्यालय तथा बीकानेर शहर का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है।
मि॰ राठौड़ ने एक परमानेंट मेगनेट ब्रुशलेष मोटर को कंट्रोल करने हेतु नए तरह का ऑटोमैटिक कंट्रोलर विकसित किया है जो कि मोटर को कंट्रोल करते समय अपने अंदर पूर्व कंट्रोलर की तुलना मे अधिक ऊर्जा संचित करके रखता है जिस से कि वह पावर सप्लाई मे फ़्ल्क्चुएस्न (अचानक उतार चढ़ाव) का प्रभाव मोटर की स्पीड पर नहीं पडऩे देता है। जिसके कारण मोटर कि दक्षता बढ़ जाती है , जिस से बिजली का खर्च कम हो जाता है तथा साथ ही मोटर मे कम झटके तथा वाइब्रेशन उत्पन्न होते है।
मि॰ राठौड़ द्वारा विकसित तकनीक मे नए तरीके का कंट्रोल अलगोरिथ्म बनाया गया है जिसके कारण इसमे प्रयुक्त होने वाले इलेक्ट्रोनिक पुर्जो की आयु बढ़ जाती है, क्योंकि नए कंट्रोल अलगोरिथ्म द्वारा इलेक्ट्रोनिक स्विचों पर पडऩे वाले हाई वोल्टेज के दबाव तथा तनाव को कम कर दिया गया है, साथ ही यह कंट्रोलर सभी उपकरणो को यूनिटी पावर फेक्टर पर संचालित करता है, जिसके कारण उपकरण कम बिजली का करंट खर्च करता है।
कुलदीप सिंह राठौड़ द्वारा यह आविष्कार उनकी पी॰ एच॰ डी॰ के दौरान डा॰ उज्ज्वल कल्ला के निर्देशन मे किया गया है। इनके द्वारा यह तकनीक इंजिनीयरिंग कॉलेज बीकानेर मे विकसित की गई परन्तु इसका प्रोटोटाइप बीकानेर कॉलेज मे उपकरणो की कमी के चलते इनके गाइड डॉ॰ उज्ज्वल कल्ला द्वारा इन्हे कुछ माह के लिए आई॰ आई॰ टी॰ दिल्ली की प्रयोगशालाओ की सुविधा उपलब्ध कारवाई गयी थी, जहा पर मि॰ राठौड़ द्वारा अंतिम रूप से इस कंट्रोलर को विकसित किया गया।
मि॰ राठौड़ ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने गाइड डॉ. उज्ज्वल कल्ला को दिया है।
इस तकनीक को विकसित करने के उपरांत इंग्लैंड व अमेरिका मे स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ इंजिनीयरिंग टेक्नालजी को भेजा गया था , जहा से चार पाँच देशो के विशेषज्ञो द्वारा प्रमाणित करने के उपरांत इसे विश्व स्तरीय रिसर्च जर्नल आई॰ई॰टी॰ पावर इलेक्ट्रॉनिक्स मे प्रकाशित करने के लिए स्वीकार किया गया है।
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