
रेलवे मंत्रालय युवाओं व अपने कर्मचारियों को देगा झटका






जोधपुर।अगर आप रेलवे में नौकरी करना चाहते है तो आने वाले कुछ वर्षो तक भूल जाइए, क्योंकि रेलवे गैर संरक्षा श्रेणी के 50 फीसदी पदों को खत्म करने जा रहा है। वे पद खत्म करने की तैयारी की जा रही है, जो अभी खाली हैं। ऐसे कुल खाली पदों में से 50 फीसदी पदों को खत्म किया जाएगा। उन पर कभी भर्ती नहीं होगी। ट्रेनें चलाने वाले लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, स्टेशन मास्टर और गार्ड जैसे पद खत्म नहीं किए जाएंगे, क्योंकि ये सेफ्टी श्रेणी में आते है। जोधपुर मण्डल में करीब दो हजार पद गैर संरक्षा श्रेणी है, इनमें से करीब 500 से अधिक पद रिक्त है।
गैर संरक्षा श्रेणी के पदों की बनाई जा रही है सूची
दरअसल, रेलवे गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है इसलिए बोर्ड हर मामले में फूंक-फूंककर कदम रख रहा है। बोर्ड ने इसी महीने खाली पदों को न भरे जाने संबंधी गाइडलाइन जारी कर दी है। बोर्ड के सूत्रों के मुताबिक रेलवे ने सभी जोन को पत्र भेजकर कहा है कि मंडलवार खाली पदों की सूची बना लें। उनमें से जो पद गैर संरक्षा श्रेणी के है, उनमें से कुछ पद ही भरें, बाकी की सूचना बोर्ड को दे। अब रेलवे के अधिकारी इस पर जुट गए है।
रेलवे संगठन कर रहे विरोध
रेलवे बोर्ड ने दो जुलाई को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए है। इसके बाद रेलवे यूनियनों व युवाओं ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। संगठनों का कहना है कि पद खत्म करना, रेलवे में निजी निवेश को बढ़ावा देना ठीक नहीं है। आने वाले समय में इसके गंभीर दुष्परिणाम होंगे। संगठनों ने बताया कि इस तरह युवाओं के सामने बेरोजगारी का संकट खड़ा हो जाएगा।
गैर संरक्षा के पद खत्म करना रेलवे के लिए नुकसानदायक है। इससे रेलवे की कार्यप्रणाली प्रभावित होगी। साथ ही, इन पदों के लिए तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के सामने बेरोजगारी का संकट खड़ा होगा।
अजय शर्मा, मण्डल सचिव
उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ, जोधपुर
रेलवे बोर्ड का यह कदम कर्मचारियों व बेरोजगार युवाओं के हित में नहीं है। रेलवे निजी निवेश को बढ़ावा दे रही है।
मनोजकुमार परिहार, मण्डल सचिव
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉयज यूनियन, जोधपुर


