
बोर्ड परीक्षा में गणित में मिले 100 में से 2 नंबर, जब री-चेकिंग करवाई तो बोर्ड की गलती आई सामने






नई दिल्ली। हरियाणा बोर्ड की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस तरह की बोर्ड में गलतियां हो रही है उससे साख बिगड़ती ही जा रही है। बोर्ड की ओर से जारी 10वीं के परिणाम में दृष्टिबाधित छात्रा सुप्रिया को गणित विषय में 100 में से 2 अंक प्राप्त हुए। लेकिन आत्मविश्वास से लबरेज छात्रा ने जब री-चेकिंग के लिए आवेदन किया तो हैरान रह गई। री-चेकिंग के बाद उसे गणित में पूरे 100 अंक मिल गए। इससे बोर्ड की जांच व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
बातचीत के दौरान सुप्रिया ने अपनी पीड़ा बताई। मुझे गणित की परीक्षा में 2 अंक दिए गए। मैं स्तब्ध और दुखी थी। मेरे पिता ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया और पुनर्मूल्यांकन के बाद, मुझे 100 अंक मिले। मैं हरियाणा बोर्ड से मांग करना चाहती हूं कि इस ऐसा किसी अन्य विद्यार्थी के साथ नहीं होना चाहिए। सुप्रिया के पिता छज्जूराम ने कहा कि सुप्रिया को सभी विषयों में 90 से अधिक अंक मिले, लेकिन गणित में केवल 2 अंक मिले, इससे वह दुखी थी। उन्होंने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया।
सुप्रिया जैसे विद्यार्थियों के लिए कॉपी जांच की अलग व्यवस्था होती है। ऐसे विद्यार्थी परीक्षा में राइटर ले जा सकते हैं। गणित के पेपर में ए, बी और सी कोड के प्रश्न पेपर आते हैं। राइटर का काम प्रश्न बोलना और परीक्षार्थी जो उत्तर देता है, वह लिखना होता है। पिता छज्जू राम का कहना है कि सुप्रिया की गणित की आंसर शीट सामान्य विद्यार्थियों के साथ चेक कर दी गई, इसी वजह से यह गड़बड़ी हुई। हिसार के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल हृषिकेश कुंडू ने कहा कि सुप्रिया एक कड़ी मेहनत करने वाली छात्रा है। वह पढ़ाई में अच्छी है। सुप्रिया को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल के दोबारा खुलने के बाद हम उसका सम्मान करेंगे।

