भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त केंद्र प्रभारी पर प्रशासन आखिर मेहरबान क्यों
लूणकरणसर। लूणकरणसर में हो रही समर्थन मूल्य परसरकारी खरीद में जमकर गड़बड़झाला किया जा रहा है। लेकिन लूणकरणसर में एक अनूठा मामला सामने आया है, जिसमें दो कार्मिकों पर पूर्व में हुई खरीद में भ्रष्टाचार करने के आरोप साबित होने के बावजूद उन्हें ही बार -बार खरीद केंद्र का प्रभारी बनाया जा रहा है।इतना ही नहीं इस दौरान में उक्त दोनों पर पूर्व में भ्रष्टाचार का मामला लंबित है, लेकिन अज्ञात कारणों के चलते इस बार भी उन्हें केंद्र प्रभारी बना दिया गया। इस बार भी उन्होंने खरीद में न केवल हेरफेर की, बल्कि किसानों से वसूली व घटिया माल तोलने की शिकायतें भी हो चुकी हैं। बावजूद इसके मुख्य व्यवस्थापक क्रय विक्रय सहकारी समिति यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि मेरे पास और आदमी नहीं है। लूणकरणसर क्रय विक्रय सहकारी समिति तहसील लूणकरणसर के दामोदर पारीक
को वर्ष 2018-19 में समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद के लिए प्रभारी व दयाराम गोदारा को क्वालिटी जांच प्रभारी बनाया गया था।, दोनों ने मिलकर पूर्व में सरकारी खरीद में हैडलिंग ठेकेदार के साथ मिलकर लगभग 15 लाख रूपये से ज्यादा का भ्रष्टाचार किया था।जयपुर लेवल पर हुई जांच में इन दोनों कार्मिकों सहित अन्य के खिलाफ वसूली,मुकदमा दर्ज करने व मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को भेजने के आदेश भी गत माह हुएं थे लेकिन सारे नियम कायदों को खूंटी पर टांग करदोनों ही भ्रष्टाचारी कार्मिकों को खरीद से नहीं हटाया गया है।
इनका कहना है
दामोदर पारीक व दयाराम गोदारा खरीद केन्द्र पर खुल्लेआम तोल में गङबङी कर रहें, किसानों को परेशान कर पैसे वसूल रहे है वहीं व्यापारियों से मिलीभगत कर घटिया माल खरीद रहें है।दोनों ही कार्मिकों पर जांच में भ्रष्टाचार साबित हो चुका उन्हें अविलंब खरीद केन्द्र से हटाना चाहिए।
ख्यालीराम सुथार, उप चैयरमैन क्रय विक्रय सहकारी समिति तहसील लूणकरणसर
मुख्य व्यवस्थापक ने ऐसे झाड़ा पल्ला
खरीदी केंद्र प्रभारी दामोदर पारीक व क्वालिटी जांच अधिकारी के खिलाफ जांच अधिकारी ने खरीद भ्रष्टाचार करना पाया है जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर रहे है। और हमारे पास आदमी नहीं है इसलिए उनको लगा रखा है।
शिशुपाल सिंह, मुख्य व्यवस्थापक, क्रय विक्रय सहकारी समिति, लूणकरणसर