
कलक्टर साहब! कफ्र्यू गस्त इलाकों में भी दे ध्यान,नहीं है कोई सुविधाएं






बीकानेर। जिले में संक्रमण रोकने के लिये जिला प्रशासन की ओर से तीन थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू लगाकर बचाव के उपाय तो जरूर किया है। लेकिन इन इलाकों में सरकारी इंतजाम कुछ नहीं किये गये है। जानकारी मिली है कि सबसे ज्यादा प्रभाव जोशीवाड़ा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। जहां न तो रोजमर्रा के काम आने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई और न ही सरकारी स्तर पर राशन व सब्जियां पहुंचाने की कोई व्यवस्था की जा रही है। जबकि जिला कलक्टर की ओर से एक सप्ताह पहले एक आदेश निकालकर कफर्यू ग्रस्त क्षेत्रों में अनुमति देकर परचून और सब्जी की दुकाने खोलने के आदेश दिये थ। परन्तु जिला कलक्टर के आदेशों के बाद भी जोशीवाड़ा,मेणों का चौक,दाऊजी मंदिर से कोटगेट तक एक भी परचून व सब्जी की न तो दुकान को खोलने की अनुमति दी गई है और न ही सरकारी स्तर पर आमजन तक जरूरत की सामग्री पहुंचाने के प्रबंध किये गये है। ऐसे में सरकारी दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। जोशीवाड़ा के युवा बृजमोहन आचार्य ने बताया कि एक सप्ताह हो रहा है कफर्यू लगाएं। इस इलाके में पांच सौ से ज्यादा मकान है। समाचार पत्रों व सोशल साइटस के जरिये जिला कलक्टर के फरमान पढ़ेे। जिसमें 250 मकान तक के क्षेत्रों में संबंधित थाना क्षेत्र व एरिया मजिस्ट्रेट की आज्ञा से परचून व आवश्यक सामग्री की दुकानों को खोलने के आदेश दिये गये थे। परन्तु आज तक इन इलाकों में मेरी जानकारी के अनुसार किसी भी दुकान को अनुमति नहीं दी गई। आचार्य ने बताया कि ऐसे में यहां दुक ानें नहीं खुलने से अब सब्जी व परचून के आवश्यक सामान के लिये लोगों को दो दो हाथ करने पड़ रहे है।
जहां निरन्तर आ रहे पॉजिटिव वहां खुले है बाजार
मजे की बात यह है कि जिन इलाकों में पॉजिटिव आ रहे है। वहां बाजार खुले है। लेकिन जहां पॉजिटिव की तादात कम है। वहां बाजार बंद कर रखे है। ऐसे में आमजन में यह चर्चा अब जोरों पर है कि त्यौहारी सीजन में पॉजिटिव क्षेत्रों में बाजारों का खुलना किसी तरह का संदेश जिला प्रशासन दे रहा है।


