
जीरो मोबिलिटी क्षेत्र वाले स्कूल रहेंगे बंद,असमंजस के हालात





बीकानेर। जीरो मोबिलिटी में आने वाले विद्यालय आगामी आदेशों तक बंद रहेंगे। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी उमाशंकर ने एक आदेश निकाला है। जिसमें जीरो मोबिलिटी वाले इलाकों में आने वाले स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है। साथ ही अपरिहार्य स्थिति में तथा शाला खुलवानी हो तो संस्था प्रधान अतिरिक्त जिला कलक्टर नगर से पास बनाकर अनुमति प्राप्त करने की बात भी कही है। इस प्रकार के आदेशों से असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इन आदेशों में जीरो मोबिलिटी क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण व शहरी शिक्षकों को आने जाने के लिये स्पष्ट तौर पर नहीं निर्देशित किया गया है।
शुक्रवार को ही एडीएम ने कहा कोई पास की जरूरत नहीं
मजे की बात तो यह है कि हर सरकारी आदेश में एडीएम से पास बनवाकर सरकारी कर्मचारी व शिक्षकों को अपने क ार्यस्थल पर आने जाने की बात कही जाती है। किन्तु शुक्रवार को ही कोटगेट में ग्रस्त के दौरान शिक्षा विभाग के एक कार्मिक को सुनीता चौधरी ने इसलिये आवाजाही पर डांट डपट की,क्योंकि उसके पास विभागीय पास जारी नहीं हो रखा था। उक्त कार्मिक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय अपने व साथी कार्मिकों का पास बनवाने जा रहा था। जिसके बारे में कार्मिक ने एडीएम को स्पष्टीकरण भी दिया। किन्तु चौधरी ने उसकी एक न सुनी और वापस घर के लिये रवाना होने को कहा।एक समाचार पत्र के लाईव प्रसारण के दौरान सुनीता चौधरी एक कार्मिक को यह स्पष्ट कहती नजर आ रही है। ऐसे में इस प्रकार के आदेश निकालना बेईमानी साबित होता है।
जीरो मोबिलिटी वाले इलाकों में रहने वालों के लिये कोई दिशा निर्देश नहीं
जिला शिक्षा अधिकारी उमाशंकर द्वारा निकाले गये आदेशों में यह स्पष्ट नहीं निर्देशित किया गया है कि जीरो मोबिलिटी में निवास करने वाले शिक्षक स्कलू जाएंगें या नहीं। जबकि शहर के तीन थाना क्षेत्र में कफ्र्यू लगाया गया है। इन थाना क्षेत्रों में रहने वाले शिक्षकों का पदस्थापन गैर कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों में है। ऐसे में यहां से अपने स्कूल की ओर जाने वाले शिक्षकों को तैनात पुलिसकर्मियों से दो दो हाथ करने पड़ते है। बार बार आग्रह और कुछ के पास दिखाने के बाद भी पुलिसकर्मी और होमगार्ड के जवान शिक्षकों की बात सुनने को तैयार नहीं होते।

