
पांच लाख का इनामी विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार





लखनऊ। कानपुर एकनाउंटर का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मन्दिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उसके दो साथी भी पुलिस गिरफ्त में आ गए हैं। गृह मंत्री नरोत्त मिश्र ने भी इस कुख्यात गैंगस्टर की गिरफ्तारी को मध्यप्रदेश पुलिस की बड़ी कामयाबी बताया है। उज्जैन में महाकाल मन्दिर से दर्शन कर वह बाहर निकला ही था कि उसे पुलिस ने धर दबोचा। कानपुर गैंगस्टर विकास दुबे पर पुलिस लगातार शिकंजा कस रही थी। अब तक गैंगस्टर के करीबी आधा दर्जन से अधिक बदमाशों को पुलिस पकड़ चुकी है, जबकि पुलिस ने चार करीबियों को मुठभेड़ में मार गिराया है।
कानपुर में ८ पुलिसकर्मियों की हत्या मुख्य आरोपी विकास दुबे अपने दो साथियों के साथ कछ दिनों से फरार चल रहा था। वह सुबह २५० रुपए की टिकट लेकर अपने ३ साथियों के साथ महाकाल के दर्शन करने की फिराक में था। जब सिक्योरिटी गार्ड को शक हुआ और उसने उन्हें पूछताछ के लिए रोका। इसके बाद जब वह भागने लगा तो उसे पकड़कर महाकाल थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। जहां से यह प्रारंभिक पुष्टि हुई है कि यह विकास दुबे है। अभी उसे उज्जैन एसपी कार्यालय भेज दिया गया है।
इसके पहले विकास दुबे की तलाश की तलाश में इसके पहले कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला और प्रभात मिश्रा को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। प्रभात मिश्रा को पुलिस ने फरीदाबाद के होटल से गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि प्रभात पुलिस की कस्टडी से भाग रहा था इसके बाद मुठभेड़ में प्रभात को मार गिराया गया। इसके अलावा इटावा में विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला को मार गिराया गया है।
पुलिस के अनुसार रणबीर शुक्ला ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था, उसके साथ तीन और बदमाश थे। पुलिस को लूट की जैसे ही खबर मिली, पुलिस ने चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया। पुलिस और रणबीर शुक्ला के बीच फायरिंग शुरू हो गई, इस फायरिंग के दौरान रणबीर शुक्ला को ढेर कर दिया गया, हालांकि उसके तीन साथी भागने में कामयाब रहे, इटावा पुलिस ने आस-पास के जिले को अलर्ट कर दिया है। रणबीर शुक्ला पर पुलिस ने ५० हजार का इनाम रखा था। वह भी कानपुर शूटआउट का एक आरोपी था।

