
निगम में प्रतिपक्ष को लेकर कांग्रेस में घमासान,ये नाम चल रहे है रेस में






बीकानेर। कांग्रेस में राजनीतिक नियुक्तियों की हलचल के बाद एक बार फिर निगम में नेता प्रतिपक्ष को लेकर दौड़ धूप शुरू हो गई है। निगम में पहले से ही गुटों में बंटी कांग्रेस के लिये प्रतिपक्ष नेता की नियुक्ति आलाकमान व प्रदेश नेतृत्व के लिये टेढ़ी खीर बन गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के कांगे्रस व निर्दलिय पार्षद प्रतिपक्ष नेता बनने की जुगत कर रहे है तो एक महिला पार्षद भी इस दौड़ शामिल है। ऐसी जानकारी मिली है कि कांग्रेस के मंत्रियों के चेहते इस दौड़ में शामिल होने के कारण मुख्यमंत्री व प्रदेशाध्यक्ष के लिये चयन करना चुनौती बना हुआ है। अब देखने वाली बात यह है कि आपसी खींचतान के चलते निगम बोर्ड को पहले ही गंवा चुकी कांग्रेस के लिये अब नेता प्रतिपक्ष की लड़ाई भी स्पष्ट तौर पर कांग्रेस में चल रही गुटबंदी को उजागर कर रही है। दोनों ही गुटों का अपने नेतृत्व को एक दूसरे की कमजोरी का तर्क दे रहे है। आखिर कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व किसको नेता प्रतिपक्ष का दायित्व सौपेंगा ये तो भविष्य के गर्भ में है। किन्तु इतना तय है कि निगम में प्रतिपक्ष की नियुक्ति कांग्रेस के लिये फिलहाल के लिये सिरदर्दी बनी हुई है।
इन नामों पर चल रहा है घमासान
विश्वसूत्र सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीस सदस्यीय पार्षद दल में दो गुट ज्यादा सक्रिय है। बताया जा रहा है कि एक गुट हैट्रिक बनाकर सबसे ज्यादा मतों से चुनाव जीतने वाले जावेद पडिहार को नेता प्रतिपक्ष बनावाना चाह रहा है। तो दूसरा गुट दूसरी बार पार्षद बनी चेतना चौधरी को नेता प्रतिपक्ष का दायित्व देने की पैरवी प्रदेश नेतृत्व से कर रहा है। इसके अलावा निर्दलिय पार्षद मनोज विश्नोई और क ांग्रेस के शिवशंकर बिस्सा भी इस दौड़ में शमिल बताएं जा रहे है। हालांकि गुटबंदी के चलते प्रतिपक्ष चुनने में प्रदेश नेतृत्व को भी पसीने आ रहे है और प्रदेश नेतृत्व फूंक फूंककर कदम रख रही है। नेता प्रतिपक्ष को लेकर गुरूवार को दोनों ही गुटों के पार्षद अपने अपने आकांओं से भी मिले और नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति की दावेदारी की सिफारिश की।


