
पूर्व मंत्री गूंजे अधिकारियों पर: जिले के सुधारे हालात,पीबीएम बीमार,पुलिस महकमा भी लाचार, देखे वीडियों






बीकानेर। जिले में बिगड़ रही कानून व्यवस्था व पीबीएम अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से नाराज पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने शुक्रवार को अलग अलग ज्ञापन देकर प्रशासन व पुलिस के मुखिया को चेताया। इस दौरान भाटी ने पुलिस महकमें की लाचारी और पीबीएम के बीमार होने की बात कहते हुए व्यवस्था को सुधारने की बात कही। पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज जोस मोहन से मिलकर जिले के पुलिस थाना क्षेत्र में बदमाशों के डर से चलते इंगानप नहर में कूदे परिवार को निष्पक्ष जांच दिलाने तथा दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने की मांग की। भाटी ने कहा किसी भी सूरत में दोषी बचना नहीं चाहिए। अगर ऐसा होता है तो रणबांकुरे मजबूरन आन्दोलन करेंगे। इस दौरान आईजी ने भाटी को आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ निश्चित तौर पर कार्यवाही की जाएगी।
यह है मामला
बज्जू जाटाबास निवासी मघाराम राईका से इसी गांव निवासी त्रिलोकाराम से काफी समय से आवासीय भूमि का विवाद चल रहा था । मघाराम को जान से मारने की त्रिलोकाराम से बार-बार धमकियां मिल रही थी और इस बाबत पुलिस थाना बज्जू में पूर्व में लिखित परिवाद भी दिया था लेकिन उस परिवाद पर किसी से पूछताछ तक नहीं की गई । इसी दौरान मघाराम अपने ससुराल तंवरवाला गाड़ी लेकर गया और वही से गाडिय़ों से विरूद्ध वालों ने इसका पीछा किया और मोडायत गांव के पास गाड़ी आड़ी लगाकर मघाराम को रोकने का प्रयास कर फायर किये। जिस पर मघाराम परिवार सहित गाड़ी को लेकर आगे निकल गया और मुख्य सड़क छोड़ मुख्य नहर इंगाानप परियोजना के कच्चे राह नहर के पट्ड़े पर गाड़ी ले गया लेकिन विरूद्ध गाड़ी वालों ने पीछा नहीं छोड़ा और पास में आकर फिर फायर किये जिस पर मघाराम ने गाड़ी रोक दी और गाड़ी रोकते ही दहशत डर के मारे बच्चों की मां चारों बच्चों को लेकर नहर में कूद गई । इस पर विरूद्ध गाड़ी वाले गाड़ी लेकर भाग गये । मघाराम ने तुरन्त अपने परिवार को बचाने नहर में कूद कर अपनी पत्नी और दो बच्चों को नहर से निकाल बचा लिया लेकिन दो छोटे बच्चे पानी के साथ नहर में बह गये। बाद नहर तलाशी में दोनों बच्चों की लाशें मिली। उन्होंने बताया कि इस घटना पर बज्जू पुलिस लीपापोती कर खुद मुस्तगीस मघाराम पर आरोप लगा रही है कि गाड़ी पीछा करना, फायर करना की तुम झुठी कहानी बना रहे है।
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पीबीएम की हालात पर जताई नाराजगी
उधर जिला कलक्टर कुमारपाल से मिलकर पीबीएम में हो रही अव्यवस्था पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज भी हो रहा है और स्वस्थ होने का भी प्रतिशत अच्छा है लेकिन बीच-बीच में लापरवाही करने से मरीजों की असामयिक मृत्यु होने से जनता में रोष है। अभी हाल ही में कोरोना पॉजीटिव मरीज व उनकी 13 वर्षी पुत्री कोरोना वार्ड में भर्ती थे। इसी दौरान कोरोना पॉजीटिव व्यक्ति को वार्ड से शौचालय जाना था, जहां वे गंदगी के कारण फिसकल कर फर्श पर गिर गए और काफी देर तक कर्मचारियों द्वारा उसकी सार-संभाल नहीं करने पर उनकी मौत हो गई। भाटी ने बताया कि पॉजीटिव व्यक्ति की 13 वर्षीय बच्ची वहां मौजूद कर्मचारियों से बार-बार विनती करती रही कि उसका पिता टॉयलेट के बाहर पड़े है उनको उठाकर लेकर आओ, लेकिन कर्मचारियों ने उसकी बच्ची की एक बात नही सुनी। उस व्यक्ति को कोरोना के अलावा और कोई बीमारी नहीं थी।


