पीबीएम में बढ़ता संक्रमितों का आंकड़ा,आखिर सरकार कब लेगी संज्ञान - Khulasa Online पीबीएम में बढ़ता संक्रमितों का आंकड़ा,आखिर सरकार कब लेगी संज्ञान - Khulasa Online

पीबीएम में बढ़ता संक्रमितों का आंकड़ा,आखिर सरकार कब लेगी संज्ञान

बीकानेर। संभाग की सबसे बड़ी अस्पताल पीबीएम से कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जिससे आमजन में भय की स्थिति बनी हुई है। सोमवार दोपहर आई रिपोर्ट में एक बार फिर दो नये कोरोना पॉजिटिव भी पीबीएम की कड़ी से ही है। आपको बता दे कि कसाईयों की बारी की जामा मस्जिद के पास से आई कोरोना पॉजिटिव मृतक महिला के वार्ड में भर्ती छत्तरगढ़ निवासी के शनिवार रात को पॉजिटिव आने के बाद आज आएं दो नये मामले भी छत्तरगढ़ निवासी महिला के रिश्तेदार युवक-युवति है। इससे पहले भी पीबीएम की कड़ी से एक सेवानिवृत महिला चिकित्सक के साथ दो रेजिडेन्ट,एक एक्स रे विभाग में कार्यरत संविदाकर्मी,एक नर्सिग इंजार्च,एक सुरक्षा गार्ड भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके है। इसके अलावा जिले में कोरोना का पहला मामला भी पीबीएम की लापरवाही का नतीजा रहा। इसके बाद शुरू हुआ सिलसिला अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है।
चिकित्सा विभाग भी लापरवाह
खुलासा को मिली जानकारी में पता चला है कि चिकित्सा विभाग भी अब लापरवाही दिखा रहा है। नतीजन कोरोना के मामलों में इजाफ ा हो रहा है। बताया जा रहा है कि जिन क्षेत्रों या परिवार से कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे है। वहां तीसरे दिन जांच शिविर लगाएं जा रहे है। ऐसे हालात में संक्रमण फैल जाता है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को विश्वकर्मा क्षेत्र व सोनगिरी कुंआ क्षेत्र में संक्रमित आएं पॉजिटिव केस के बाद सोमवार को शिविर लगाएं गये। इसी तरह शनिवार को छत्तरगढ़ क्षेत्र में पॉजिटिव आने के बाद सोमवार को चिकित्सा विभाग का महकमा छत्तरगढ़ गया और सैम्पिलिंग की। वहीं मोहता सराय में आएं नर्सिग इंचार्ज के पॉजिटिव के नये केस के बाद रविवार को शिविर लगाया गया। ऐसे में दो से दिन बाद शिविर लगाने पर संक्रमण का खतरा फैलने का डर लोगों में बना रहता है।
समन्वय की कमी,समयावधि भी कम
ऐसी जानकारी मिली है कि सैम्पल लेने वाली टीम व चिकित्सा विभाग में समन्वय नहीं दिखाई दे रहा है। जिसके चलते शिविर महज 3 से 4 घंटे का ही लगाया जा रहा है। खुलासा संवाददाता को सैम्पिलिंग लेने वाली टीम के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्हें देर रात शिविर में आने की सूचना दी जाती है। ऐसे में सुबह सभी को सूचना देने के बाद करीब 10 बजे शिविर शुरू होता है और दोपहर 2 बजे तक शिविर को समाप्त कर दिया जाता है। जिससे जिस मोहल्ले में कोरोना संक्रमण का नया मामला आता है। वहां की पूरी सैम्पिलिंग नहीं हो पाती।
आखिर सरकार कब लेगी संज्ञान
दबे स्वरों में पीबीएम अस्पताल व शहर में खुल कर इस बात की चर्चाएं जोर शोर की जा रही है कि आखिर सरकार इस मामले में कब संज्ञान लेगी। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और चिकित्सा विभाग के साथ समन्वय नहीं बैठ पाने के कारण बीकानेर में लगातार कोरोना पांव पसार रहा है। जबकि आने वाले दिनों में बोर्ड और विवि की परीक्षाओं का आयोजन होना है। इन हालातों में अब परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावकों में भी भय का माहौल है। यहीं नहीं पीबीएम अस्पताल के कार्मिकों के साथ साथ शहरवासी भी पीबीएम में आने जाने को लेकर आशंकित है।

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