
“जान भी जहान भी” कोट को अपनाना होगा : आईएएस जैन





बीकानेर। कोरोना काल मे “जान है तो जहान है” के साथ ही “जान भी जहान भी” के कोट को अपना कर जीना होगा। यह बात बीकानेर इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी ऑर्गेनाइजेशन (बीआईटीओ) के द्वारा शनिवार को आयोजित ऑनलाइन संवाद में भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी नवीन जैन ने कही।बीआईटीओ के डायरेक्टर डॉक्टर चंद्रशेखर श्रीमाली ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते सकारात्मक सोच रखने तथा मनोबल को बढ़ाने के लिए इस ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें सीनियर आईएएस नवीन जैन, जो वर्तमान में राजस्थान स्टेट रोडवेज ट्रांसफर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन और एमडी है।इस ऑनलाइन संवाद में शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग, समाजसेवा, विधि, खेल जगत, योग, कृषि आदि विभिन्न वर्गों के लोगों ने भागीदारी की। “जान है तो जहान है” के साथ ही “जान भी जहान भी” को कोट करते हुए नवीन जैन ने बहुत ही प्रैक्टिकल होकर सेशन में अपने विचार रखते हुए सभी का मनोबल बढ़ाया। जैन ने बहुत ही प्रभावी विचार से अनलॉक वन को स्पष्ट किया ।कोरोना काल में स्वयं को कैसे बैलेंस्ड रख सकते है , आपने कहा कि अपनी सोच को सकारात्मक रखे और निराशा से बाहर आए ज़िंदगी एक चेलेन्ज है और उसे उसी रूप में स्वीकारे। सोशल मीडिया में कोरोना को लेकर जो भी सूचना है उसकी पूरी पुख्ता जानकारी के बाद ही उसे किसी से कहे या शेयर करे अनावश्यक मेसेजेस से बचे। मानवीय संवेदना व्यक्त करते हुए आपने कहा कि कोरोना पीड़ित से दुर्व्यवहार न करे आसपास अगर कोई है भी तो यथासम्भव मदद के लिए आगे आये। सेशन बहुत ही रुचिकर रहा । कहानियों के माध्यम से आपने जो बताया वो आज के इस सेशन को और अधिक सुगन्धित कर देने वाला था।


