
बीकानेर पुलिस की बड़ी कार्यवाही: चायल के घर पर हुई फायरिंग के मामले मे 25 हजार रुपये के इनामी मुख्य आरोपी को पकड़ा




बीकानेर पुलिस की बड़ी कार्यवाही: चायल के घर पर हुई फायरिंग के मामले मे 25 हजार रुपये के इनामी मुख्य आरोपी को पकड़ा
बीकानेर। बीकानेर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए व्यवसायी सुखदेव चायल के घर पर हुई फायरिंग के मामले में 25 हजार रुपये के ईनामी मुख्य आरोपी सहित दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई रेंज आईजी हेमंत शर्मा एवं एसपी कावेंद्र सिंह सागर के निर्देश में की गई। पुलिस के अनुसार बीकानेर शहर के सादुलगंज क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशों ने पहचान छिपाने के लिए हेलमेट पहनकर बड़ी शातिर तरीके से फायरिंग की थी। इस प्रकरण के मुख्य शूटर संजय नायक तथा प्लानिंग में शामिल सुनील नायक को पुलिस ने नारनौल से दबोचा। फायरिंग की जिम्मेदारी हैरी बॉक्सर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर ली थी।
पूर्व में इनकी हो चुकी गिरफ्तारी
फायरिंग के तुरंत बाद से ही पुलिस लगातार चार महीने तक जांच अभियान में जुटी रही और घटना की हर कड़ी को जोड़ते हुए इससे जुड़े तीन आरोपी शिव सिंह भलूरी, रमनदीप और विकी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी विकी वर्तमान में चार दिन की पुलिस रिमांड पर है।
प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों को किया नामजद
पुलिस की जांच में सामने आया कि बड़ी राशि का लालच देकर विदेश में बैठे अपराधी प्रदेशभर में फायरिंग व हत्या जैसी वारदातें करवा रहे हैं। प्रकरण में मददगार अन्य सहयोगियों को भी नामजद किया गया है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी होने की संभावना है। वहीं, रोहित गोदारा, हैरी बॉक्सर और सुंदर हांसी विदेश में छिपे होने के कारण अभी पुलिस की पकड़ से दूर बताए जा रहे हैं।
इन अधिकारियों की रही अहम भूमिका
इस प्रकरण को सुलझाने में पुलिस की विशेष टीम ने दिन-रात मेहनत की। एडीशनल एसपी शहर चक्रवर्ती राठौड़, सीओ सदर अनुष्ठा कलिया, डीएसटी प्रभारी विश्वजीत सिंह, थाना अधिकारी सदर सुरेंद्र पचार, आरएसटी प्रभारी संदीप पुनिया और एएसआई दीपक यादव की अहम भूमिका रही। साथ ही तत्कालीन एडीशनल एसपी शहर सौरभ तिवाड़ी भी सक्रिय रहे।
एसपी ने चैलेंज के रूप में लिया केस को
एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने इस केस को एक चैलेंज के रूप में लेते हुए व्यक्तिगत रूप से हर सप्ताह टीम की समीक्षा की, इनपुट पर कार्रवाई की और दूसरे राज्यों से निरंतर संपर्क बनाए रखा। पुलिस टीम कई दिनों तक दिल्ली, हरियाणा और एनसीआर में कैंप कर जानकारी जुटाने में लगी रही और अंतत: लगातार प्रयासों ने सफलता दिलाई। पुलिस अधीक्षक की भरोसेमंद टीम ने एक बार फिर अपने कार्य के दम पर खुद को साबित किया और बीकानेर पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल फायरिंग केस में बड़ी सफलता दर्ज की।




