
दोनो कांग्रेस अध्यक्षों का देहात कार्यालय में कार्येकर्ता सवाद बना चर्चा का विषय कहीं भीड़ न जुटने के डर से तो बैठक देहात कार्यालय में रखी




दोनो कांग्रेस अध्यक्षों का देहात कार्यालय में कार्येकर्ता सवाद बना चर्चा का विषय कहीं भीड़ न जुटने के डर से तो बैठक देहात कार्यालय में रखी
बीकानेर। हाल ही में कांग्रेस की ओर से शहर और देहात अध्यक्षों के नामों की घोषणा की गई थी। इसके बाद दोनों ही अध्यक्षों ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व से चर्चा की और अब बीकानेर लौटने का कार्यक्रम है। ऐसे में अध्यक्षों का स्वागत कार्यक्रम भी आयोजित होना है। दोनों ही अध्यक्ष बीकानेर पहुंचने के बाद अपने कारकर्ताओं की बैठक भी लेंगे। ऐसे में सभी की निगाहें नए बने अध्यक्ष मदन गोपाल मेघवाल पर होगी। इसकी सबसे बड़ी वजह शहर अध्यक्ष की पहली बैठक जिला कांग्रेस कार्यालय में नहीं, बल्कि देहात अध्यक्ष के कार्यालय में आयोजित की जाएगी। यह फैसला पार्टी के भीतर चर्चा का बड़ा विषय बन गया है। इसकी वजह कई बड़े कांग्रेस नेता इस फैसले को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं और इसे पार्टी के लिए अनुकूल नहीं मानते। ऐसे में माना जा रहा है की कहीं शहर कार्यालय की बैठक में कार्यकर्ता पहुंचते या नहीं। क्योंकि देहात अध्यक्ष बिश्नाराम सियाग तो युवा है और कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। ऐसे में देहात कार्यालय में ही बैठक का आयोजन हो रहा है।
चर्चा का बाजार गर्म
बताया जा रहा है कि शहर कांग्रेस के कुछ बड़े नेता बैठक को जिला कार्यालय में आयोजित करने की मांग कर रहे थे, लेकिन मदन मेघवाल ने देहात कार्यालय में बैठक करने का फैसला लिया। यह निर्णय खासतौर पर इसलिए चर्चा में है क्योंकि देहात कार्यालय में आमतौर पर सीमित संख्या में लोग ही जुट पाते हैं, जबकि जिला कार्यालय में अधिक भीड़ एकत्र हो सकती है। इस फैसले के पीछे की वजह को लेकर भी तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। पार्टी के भीतर इस फैसले पर असंतोष जाहिर करने वाले नेताओं का कहना है कि इस तरह के निर्णय से पार्टी की एकता पर असर पड़ सकता है। हाल ही में शहर के तीन नेताओं की ओर से इसके विरोध में प्रेसवार्ता की भी बात सामने आ चुकी है।




