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बीकानेर में रोहित गोदारा गैंग की सक्रियता आई सामने, इस आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को दिया अहम तथ्य, थानाधिकारी कविता पूनिया ने तैयार की रिपोर्ट

बीकानेर में रोहित गोदारा गैंग की सक्रियता आई सामने, इस आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को दिया अहम तथ्य, थानाधिकारी कविता पूनिया ने तैयार की रिपोर्ट
बीकानेर । नयाशहर थाना क्षेत्र में दर्ज प्रकरण संख्या 182/2025 की विवेचना के दौरान कुख्यात रोहित गोदारा गैंग की बीकानेर में सक्रियता फिर सामने आई है। सर्कल ऑफिसर (शहर) के निर्देश पर नयाशहर थानाधिकारी कविता पूनिया की ओर से तैयार रिपोर्ट के आधार पर कोटगेट पुलिस थाने में नया मुकदमा दर्ज हुआ।
पूछताछ में सामने आए बड़े दावे
जांच के दौरान आरोपी विष्णु साध (29) पुत्र श्याम सुंदर से पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि यह गैंग कपुरीसर, लूणकरणसर निवासी रोहित गोदारा के निर्देशन में काम करता है और इसके नेटवर्क दिल्ली, गुडग़ांव, हरियाणा, पंजाब तथा उत्तरप्रदेश तक फैले हैं। गैंग हत्या, फिरौती, रंगदारी, फायरिंग, अवैध हथियार सप्लाई और हवाला लेनदेन जैसे अपराधों में लिप्त बताया गया है।
बीकानेर में स्थानीय नेटवर्क पर नजर
जांच रिपोर्ट के अनुसार, बीकानेर के कई युवक गैंग से जुड़े पाए गए हैं। इनमें विष्णु साध, हरिओम रामावत, दानाराम, दीपक कच्छावा, अभिषेक पंवार, नरेश बिश्नोई, श्रवणसिंह सोढा, सलमान भुट्टो, सीताराम डुकिया, जिशान अली, गोपाल जाखड़, इरफान, मोहम्मद अमीन, राधे सारस्वत, आवेश खान, रतनसिंह, शिवराजसिंह, राजुसिंह, सुनील आचार्य, प्रवीण सिंह आदि का नाम सामने आया है। पुलिस की ओर से इन युवकों की पुष्टि जांच लंबित है।
फिरौती के प्रयासोंका दावा
पूछताछ में विष्णु साध ने कबूल किया कि डॉ. श्याम अग्रवाल से 25 लाख रुपए की फिरौती, तथा हर माह एक लाख रुपए की बंधी मांगी गई। लक्की घड़सीसर से भी जबरन वसूली की कोशिश की गई। गैंग लोगों को धमकाकर हवाला के जरिए धन उगाही करता है।
हथियार सप्लाई चैनपर खुलासे
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि रतनसिंह (पलाना) को 20 जून 2025 को एक पिस्टल और दो कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया था। श्रवणसिंह सोढा से जुड़े मामले में मुक्ताप्रसाद नगर से चार पिस्टल व एक देशी कट्टा बरामद हुआ। जिशान अली पर गोल्ड तस्करी के जरिए गैंग को आर्थिक मदद पहुंचाने का आरोप है।
नामी व्यापारियों को धमकी भरे संदेश
पुलिस के अनुसार गैंग के सदस्यों ने कई व्यापारियों को जान से मारने की धमकी दी। इनमें जुगल राठी, जुगल तावणिया, श्याम अग्रवाल, शिव सोनी, पीयूष सिंगारी, सुखदेव चायल, धनपत चायल, दीपक पारीक, कौशल दुग्गड़ शामिल हैं। इन संबंध में अलग-अलग थानों में प्रकरण दर्ज हैं।
एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्मका उपयोग
गैंग एप, बोटिम और जोगी एप जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग कर एन्क्रिप्टेड कॉल और मैसेजिंग करता है, जिससे ट्रेसिंग मुश्किल हो जाती है।

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