
बीकानेर: अब इस टैक्स की वसूली निजी हाथों में, 20 साल बाद होगा नया सर्वे




बीकानेर: अब इस टैक्स की वसूली निजी हाथों में, 20 साल बाद होगा नया सर्वे
बीकानेर। शहर में नगरीय विकास कर (यूडी टैक्स) वसूली को गति देने के लिए नगर निगम अब यह काम निजी एजेंसी से करवाएगा। निगम ने नए सर्वे और टैक्स संग्रहण के लिए सात वर्ष की अवधि का टेंडर जारी कर दिया है। संभावना है कि अगले वर्ष की शुरुआत से एजेंसी सर्वे और वसूली का कार्य संभाल लेगी। दो दशक बाद होने जा रहा यह सर्वे शहर में टैक्स योग्य संपत्तियों की संख्या बढ़ाने वाला माना जा रहा है। टेंडर शर्तों के अनुसार एजेंसी को पहले वर्ष 8 करोड़ 40 लाख रुपए की वसूली करनी होगी। लक्ष्य हर वर्ष बढ़ता रहेगा। लक्ष्य पूरा न करने पर पेनल्टी और लक्ष्य से 25 प्रतिशत अधिक वसूली पर इंसेंटिव देने का प्रावधान है।
एजेंसी का चयन निविदा के माध्यम से होगा। जो फर्म कुल वसूली राशि पर सबसे कम सर्विस चार्ज प्रस्तावित करेगी, उसी का चयन तय मानकों के अनुसार किया जाएगा। सर्वे और वसूली का काम एजेंसी करेगी, लेकिन बकाया जमा न होने पर संपत्ति सीज करने का अधिकार निगम के पास ही रहेगा। शहर में आखिरी बार यूडी टैक्स सर्वे 2005-2007 में हुआ था। इसके बाद पूरे शहर का दोबारा सर्वे नहीं हुआ। इस दौरान टैक्स दायरे में आ सकने वाली हजारों नई संपत्तियां बन चुकी हैं। फिलहाल नगर निगम में 147 करोड़ रुपए का यूडी टैक्स बकाया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में मात्र 6.40 करोड़ रुपए की वसूली हो पाई, जिसके चलते निगम का राजस्व अपेक्षित स्तर तक नहीं पहुंच पा रहा।




