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स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मारे शहर के अलग अलग जगहो पर मारे छापे, इतने किलों घी किया जब्त

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मारे शहर के अलग अलग जगहो पर मारे छापे, इतने किलों घी किया जब्त
बीकानेर। बीकानेर में देसी घी के नाम पर चल रहा मिलावट का बड़ा खेल आखिरकार उजागर हो गया है। शहर के बाजार में कार्रवाई हुई। इस कार्रवाई में बड़ा बाजार, फड़बाजार, केईएम रोड और कोटगेट क्षेत्र में दो टीमों ने छापेमारी करते हुए कुल 310 किलो संदिग्ध घी जब्त किया और कई दुकानों से घी के सैंपल लिए। सबसे बड़ी कार्रवाई बड़ा बाजार में सरदाणी घी भंडार पर हुई, जहां से दो सैंपल लिए गए और करीब 180 किलो घी सीज कर लिया गया।
इसी तरह फड़ बाजार में मनीष पारीक नामक व्यापारी की दुकान से दो सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए। कोटगेट-सांखला फाटक के पास स्थित जगदम्बा घी भंडार से तीसरा सैंपल लिया गया तथा यहां मौजूद 130 किलो नकली घी को सील कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान एक अन्य व्यापारी टीम के आने से पहले ही दुकान से फरार हो गया। हेल्थ डिपार्टमेंट ने उसकी गतिविधियों पर खास नजर रखनी शुरू कर दी है। यह पूरी कार्रवाई मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. पुखराज साध के निर्देश पर की गई। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों श्रवण कुमार वर्मा, भानू प्रताप सिंह गहलोत, सुरेंद्र कुमार और राकेश गोदारा ने सैंपलिंग और जब्ती की प्रक्रिया पूरी की।
मुनाफे के लिए सेहत और धर्म दोनों से धोखा
बीकानेर धार्मिक शहर है पूजा, दीपदान, भोग, प्रसाद हर जगह घी का उपयोग होता है। इसी आस्था को मिलावट माफिया ने कमाई का जरिया बना लिया। 100 रुपए किलो के तेल में चर्बी मिलाकर 500-600 रुपए किलो का घी बनाया जा रहा है। यह न केवल धार्मिक भावना से खिलवाड़ है बल्कि स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक भी।

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