
बस अग्निकांड के बाद सख्ती, बसों से लगेज की बुकिंग भी बंद





बस अग्निकांड के बाद सख्ती, बसों से लगेज की बुकिंग भी बंद
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। जैसलमेर में हुए दर्दनाक बस अग्निकांड हादसे के बाद प्रदेशभर में परिवहन विभाग अलर्ट मोड पर है। इसी कड़ी में बीकानेर में प्रादेशिक परिवहन विभाग की फ्लाइंग टीम ने आरटीओ अनिल पंड्या के निर्देश पर ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट वाली स्लीपर और सीटिंग बसों की विशेष जांच की जा रही है। इस दौरान त्योहारी सीजन पर अपने रिश्तेदारों या व्यापारियों की ओर से रोजाना भेजे जाने वाला माल भी अब बसों से गायब ही नजर आ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार कई ट्रेवल एजेंसियों की ओर से लगेज की बुकिंग ही बंद कर दी गई है। तो जो पहले माल भेजने के लिए पड़ा था वो भी अब एक ही जगह पर रख दिया गया है। निजी बस ऑपरेटरों की ओर से बसों में लगेज नहीं भेजा जा रहा है। परिवहन विभाग भी हादसे के बाद सख्ती के मूड में ही नजर आ रहा है। जांच के दौरान कई बसों में सुरक्षा मानकों की गंभीर अनदेखी सामने आई। इमरजेंसी गेट बंद या खराब स्थिति में पाए जाने पर पांच बसों को मौके पर ही सीज कर दिया गया। कुछ बसों को संबंधित पुलिस थानों में, जबकि कुछ को आरटीओ ऑफिस परिसर में खड़ा कराया गया है।
जांच में ये भी आया सामने
जांच में यह भी सामने आया कि कई बसों में इमरजेंसी गेट को सामान और लगेज से पूरी तरह बंद कर रखा था, जिससे दुर्घटना की स्थिति में यात्रियों का बाहर निकलना असंभव हो सकता था। आरटीओ अनिल पंड्या के साथ डीटीओ भारती नैथानी और विभाग के अन्य निरीक्षकों की टीम ने शहर के विभिन्न मार्गों पर चलने वाली टूरिस्ट बसों की जांच की। कई बसों में अग्निशमन यंत्र गायब मिले, तो कुछ में बॉडी निर्माण मानक (एआईएस कोड) के अनुरूप नहीं पाया गया। बीकानेर में यह पहली बार नहीं है जब टूरिस्ट बसों में इस तरह की खामियां सामने आई हैं। परिवहन विभाग के अनुसार, अधिकांश निजी ऑपरेटर बिना तकनीकी निरीक्षण और फिटनेस प्रमाणपत्र के ही बसों का संचालन कर रहे हैं। जैसलमेर हादसे के बाद सरकार ने सभी आरटीओ कार्यालयों को आदेश दिया था कि वे स्लीपर और लग्जरी बसों में अग्निशमन उपकरण, आपातकालीन द्वार, स्पीड गवर्नर और डीजल सुरक्षा प्रणाली की जांच अनिवार्य रूप से करें।

