
प्रतिनियुक्ति की आड़ में किया स्थानान्तरण,वरिष्ठ को दरकिनार कर कनिष्ठ को दिया चार्ज





बीकानेर। कहने को सरकारी विभाग अपने आप को पारदर्शिता के साथ काम करने का दावा करते है और अपने चेहतों को लाभ पहुंचाने के लिये विभागीय नियमों की अनदेखी करने से भी नहीं चुकते। लेकि न ये कितने पारदर्शी होते है। इसका जीता उदाहरण बीकानेर जिला परिषद में देखने को मिला है। जहां प्रतिनियुक्ति की आड़ में स्थानान्तरण कर एक कनिष्ठ को चार्ज दिया गया है। बताया जा रहा है कि जिला परिषद के सीईओ ने इसके लिये वरिष्ठता को भी दरकिनार कर दिया है। जानकारी मिली है कि बीकानेर में पंचायत प्रसार अधिकारी (अब सहायक विकास अधिकारी)के छ: पद स्वीकृत है। जिन पर 6 अधिकारी पदस्थापित भी है। उसके बाद भी जिला परिषद के सीईओ द्वारा 7 वें पंचायत अधिकारी मूलाराम गोदारा की प्रतिनियुक्ति पंचायत लूणकरणसर से बीकानेर 25.10.2019 को कर दी। जबकि पंस लूणकरणसर में 8 पद स्वीकृत है,इसमें से चार पद रिक्त चल रहे है। यहीं नहीं सहायक विकास अधिकारी चुन्नीलाल घर्ट की प्रतिनियुक्ति भी 30.4.20 को जिला परिषद बीकानेर से पंचायत समिति बीकानेर में कर दी। आपको बता दे कि जिला परिषद के सीईओ नरेन्द्रपाल सिंह ने 30.4.20 को पूरे जिले में एक मात्र पंचायत समिति बीकानेर में कार्य व्यवस्था में अति विकास अधिकारी का चार्ज धर्मचंद घर्ट को दे दिया। जबकि घर्ट से पहले तीन अधिकारी वरिष्ठ और योग्य है। उनकी वरिष्ठता को दरकिनार कर इनको चार्ज देना पंचायत राज विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या कहता है नियम
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचायत प्रसार अधिकारी (सहायक विकास अधिकारी) का पदस्थापन,स्थानान्तरण,प्रतिनियुक्ति का अधिकार केवल शासन सचिव व आयुक्त पंचायती राज विभाग को ही है। विभाग के एक आदेश संख्या 1268 दिनांक 21.4.2015 के अनुसार कोई भी जिला परिषद अपने स्तर पर ऐसा नहीं कर सकता।
पदौन्नति के बाद नहीं अभी तक नहीं हुआ पदस्थापन
मंजर ये है कि पंचायत समितियों व जिला परिषद बीकानेर में एक एक पद अतिरिक्त विकास अधिकारी के स्वीकृत है। जो राजपत्रित पद है। सहायक विकास अधिकारी पद से 100 प्रतिशत पदौन्नति अति विकास अधिकारी पद पर की जाती है। जो सहायक विकास अधिकारी वरिष्ठ व स्नातक योग्यता हो से होती है। अभी वर्तमान में पंचायती राज विभाग द्वारा 168 पदों पर पदौन्नति दी। उनका अभी तक पदस्थापन तक नहीं हुआ है। बीकानेर जिले में दो सहायक विकास अधिकारी पदौन्नत हुए है। वे दोनों की पंचायत समिति नोखा में कार्यरत है।

