
अचानक आई तेज हवा से खेत में बिजली के पोल गिरने से 5 मवेशियों की हुई मौत





अचानक आई तेज हवा से खेत में बिजली के पोल गिरने से 5 मवेशियों की हुई मौत
बीकानेर। श्रीडूगरंगढ़ में तेज हवा और बारिश के कारण अंचल के कई गांवों में बिजली के खंभे गिर गए। कितासर गांव की रोहीमें एक विधवा के खेत में आधा दर्जन बिजली के जर्जर पोल गिरने से करंट की चपेट में आने से पांच मवेशियों की मौत हो गई।यह घटना माताजी दिखणादा फीडर की रोही में दिवंगत बुधाराम बावरी के खेत में हुई। बिजली के खंभे गिरने के बाद लगभग 20मिनट तक लाइन में करंट दौड़ता रहा, जिससे विधवा बुलीदेवी और उनके नाबालिग बच्चे घबरा गए। इस हादसे में बुलीदेवी कीचार बकरियां और एक गाड़ी में जुतने वाला बैल (नारा) मारा गया।बुलीदेवी के सामने अब रोजगार का संकटबुलीदेवी ने बताया कि वह अपने तीन नाबालिग बच्चों का पालन-पोषण इसी बैलगाड़ी और बकरी पालन से करती थीं। मवेशियोंकी मौत से उनके सामने अब रोजगार का गंभीर संकट खड़ा हो गया है।खेत के पड़ोसी आदुराम मेघवाल ने घटना की सूचना सरपंच, बिजली विभाग के अधिकारियों और पुलिस को दी। आसपास केग्रामीणों ने प्रशासन से जरूरतमंद परिवार की मदद करने की अपील की है।विभाग ने नहीं ली थी सुधग्रामीणों ने बताया कि इस लाइन के जर्जर खंभों के बारे में पिछले दो वर्षों में कई बार विभाग को सूचित किया गया था, लेकिनविभाग ने कोई सुनवाई नहीं की। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ और एक असहायपरिवार का रोजगार छिन गया।खंभा गिरने के 20 मिनट तक करंट दौड़ता रहा
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि लाइन गिरने पर फाल्ट होने के बाद बिजली तुरंत कट जानी चाहिए थी, लेकिन जीएसएस पर ऑटो-कट सिस्टम लंबे समय से खराब पड़ा है। इसी वजह से खंभे गिरने के बाद भी करीब 20 मिनट तक लाइन में करंट दौड़ता रहा।पड़ोसियों ने विभाग को सूचना देकर बिजली बंद करवाई।निगम कार्मिक सुनील शर्मा ने बताया कि उन्होंने मौके का मुआयना कर रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसे शनिवार सुबह विभागीयअधिकारियों को सौंपा जाएगा। शर्मा ने स्पष्ट किया कि कृषि लाइन में ऑटो-कट सेट नहीं किया जाता है, क्योंकि ऐसा करने परवोल्टेज में उतार-चढ़ाव से बिजली बार-बार कट जाती है, जिससे किसानों को परेशानी होती है। हालांकि, इस संबंध में भी अधिकारियों को जानकारी दी जाएगी।

