
मुखबिर योजना में बदलाव, अब 10 लाख की शराब पकड़वाने पर भी मिलेगा इनाम





मुखबिर योजना में बदलाव, अब 10 लाख की शराब पकड़वाने पर भी मिलेगा इनाम
बीकानेर। आबकारी विभाग की मुखबिर योजना में अब अवैध शराब पकड़े जाने पर एक करोड़ की बजाय 10 लाख रुपए के राजस्व नुकसान पर भी इनाम मिलेगा। पहले एक करोड़ रुपए के राजस्व नुकसान पर ही मुखबिर योजना का फायदा मिलता था।
राजस्थान सरकार के वित्त विभाग ने मुखबिर योजना में संशोधन किया है। पहले अवैध शराब पकड़े जाने पर अगर एक करोड़ रुपए का राजस्व नुकसान पाया जाता तो ही मुखबिर को इनामी राशि मिलती थी। लेकिन, अब एक करोड़ की बजाय 10 लाख रुपए के राजस्व नुकसान पर ही मुखबिर को 4 प्रतिशत नकद राशि इनाम में दी जाएगी। इसके अलावा पकड़े गए वाहन की कीमत का आकलन कर उसकी भी 8 प्रतिशत राशि मुखबिर को मिलेगी। लेकिन, नए संशोधन में तय कर दिया गया है कि किसी भी परिस्थिति में मुखबिर को 15 लाख रुपए से ज्यादा का इनाम नहीं मिलेगा।
यानी कि शराब चाहे एक करोड़ की हो या दो करोड़ रुपए की, मुखबिर को ज्यादा से ज्यादा 15 लाख रुपए ही मिलेंगे। वित्त विभाग के टैक्स डिवीजन की ओर से नई संशोधित मुखबिर योजना के आदेश जारी कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि हरियाणा-पंजाब के बड़े पैमाने पर अवैध शराब की तस्करी होती है। करोड़ों रुपए की शराब राजस्थान के जिलों से होते हुए गुजरात पहुंचती है। इसके अलावा राजस्थान में भी तस्करी की शराब सप्लाई की जाती है। सरकार ने इस पर अंकुश लगाने के लिए मुखबिर योजना को ज्यादा लाभकारी बनाया है।

