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सीजेआइ साहब बीकानेर मांगे हाईकोर्ट बैंच, पढ़ें पूरी खबर

सीजेआइ साहब बीकानेर मांगे हाईकोर्ट बैंच, पढ़ें पूरी खबर

भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने एवं बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान के निर्माण में योगदान पर शनिवार को महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय सभागार में सेमिनार होगी। इसमें सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। उनके बीकानेर दौरे से बीकानेर को बड़ी उम्मीद है। दरअसल, मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई से बीकानेर को हाईकोर्ट बैंच खुलने की बड़ी उम्मीद है। इससे बीकानेर सहित आसपास के जिलों को भी काफी राहत मिल सकती है।

इससे अधिवक्ताओं को आस है कि वे बीकानेर में हाईकोर्ट बैंच स्थापित करने की घोषणा करेंगे। बीकानेर प्रदेश में क्षेत्रफल की दृष्टि और लंबित मुकदमों की फेहरिस्त के कारण भी हाईकोर्ट बैंच का हकदार है। आजादी से पहले यहां हाईकोर्ट बैंच थी, जिसे बाद में बंद कर दिया गया। प्रदेश में कोटा और उदयपुर भी हाईकोर्ट बैंच की मांग हो रही है। बीकानेर के साथ प्रत्येक संभाग पर हाईकोर्ट बैंच होनी चाहिए। बीकानेर दावेदारी की एक वजह बीकानेर का क्षेत्रफल 30 हजार, 279.90 किमी होना। श्रीगंगानगर के हिंदूमलकोट से जोधपुर हाईकोर्ट की दूरी करीब 500 किलोमीटर हैं। जोधपुर जाने में 10 से 12 घंटे लगते हैं। बीकानेर अभी प्रदेश में जयपुर और जोधपुर के बाद तीसरा बड़ा शहर हैं।

संभाग के बीकानेर जिले से 58283, श्रीगंगानगर से 70000, हनुमानगढ़ से 44148 और चूरू से 35529 केस जोधपुर हाईकोर्ट में विचाराधीन हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। हाईकोर्ट में 23.50 लाख केस पेंडिंग चल रहे हैं, इसलिए बीकानेर संभाग के मुकदमों की सुनवाई सालों साल चलती हैं और संबंधित लोगों को बार-बार तारीखों पर और कोर्ट प्रक्रिया के लिए जोधपुर जाना पड़ता है। इससे उन्हें आर्थिक मार तो झेलनी पड़ती ही है, समय भी लगता है। श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के लोगों को तो करीब 550 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है जो उनके लिए सबसे बड़ी परेशानी है। एक तारीख पर ही दो-दो दिन लग जाते हैं।

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