
बीकानेर की सड़कों पर दौड़ेंगी 75 इलेक्ट्रिक बसें, गांव से शहर तक मिलेगा आरामदायक सफर, किराया भी होगा कम





बीकानेर की सड़कों पर दौड़ेंगी 75 इलेक्ट्रिक बसें, गांव से शहर तक मिलेगा आरामदायक सफर, किराया भी होगा कम
खुलासा न्यूज़। बीकानेर में शहर से लेकर गांव तक जल्द इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। खास बात यह रहेगी कि बसों का किराया सामान्य रहेगा और इनमें एसी व सीसी कैमरे होंगे। बसें प्रतिदिन 180 से दो सौ किलोमीटर तक चलेंगी। बता दें कि UIT और नगर निगम शहर में जनवरी 2026 तक यह बस सेवा शुरू कर देगा। ई-बस संचालन के लिए शहर और गाँवो में कई रूट तय किए जा रहे है।
चालू वर्ष की शुरूआत में पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत बीकानेर शहर को भी 75 ई बसें देने का वादा किया था। केन्द्र सरकार ने राजस्थान के शहरों के लिए टेंडर कर दिया और नगर निगम ने चार्टेड स्पीड नाम की फर्म के साथ एग्रीमेंट भी कर लिया। मयंक मनीष ने उस पर हस्ताक्षर किए। केन्द्र सरकार ने 10 हजार इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए 1310 करोड़ रुपए पहले ही आवंटित कर चुकी थी। राजस्थान में अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, जोधपुर, कोटा, उदयपुर और जयपुर में ई-बसों का संचालन शुरू हो गया है।
इन बसों के लिए केन्द्र सरकार शहरों में 10 हजार रुपए प्रति किलोवाट की सब्सिडी भी देगी या अधिकतम 35 लाख रुपए तक सब्सिडी मिलेगी। बीकानेर में 75 बसें चलाने की तैयारी हो गई है। इसके लिए सिविल स्टैंड के लिए महाराजा गंगासिंह विवि के सामने गोचर में 5 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई है। सर्वे किए जाने के बाद स्टैंड बनाने की तैयारी चल रही है। यहीं इनका मूल स्टैंड होगा। बसें सुबह 5 बजे से रवाना होकर रात 10 बजे तक अपने रूट पर चलेंगी। रात में यहां आकर खड़ी होंगी। यहीं इनके चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे।
पूरी रात बसें चार्ज होकर फिर अगले दिन रूट पर रवाना होंगी। जानकारी के मुताबिक 10 से 12 मीटर वाली इलेक्ट्रिक बसों के लिए सब्सिडी की अधिकतम सीमा 35 लाख रुपए, 8 से 10 मीटर के लिए 25 लाख रुपए और 6 से 8 मीटर के लिए 20 लाख रुपए तय की गई है। 14 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों के शहरों के लिए 7293 इलेक्ट्रिक बसों को मंजूरी भी दे गई जिसमें बीकानेर शहर भी शामिल है। बिजली और सिविल डिपो इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 983.75 करोड़ रुपए की राशि भी मंजूर हो गई है। चार्टर्ड स्पीड ने 900 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें चलाने का टेंडर लिया है जिसके पास राजस्थान भी है।
पुराने रूट का विस्तार करेगा प्रशासन
बीकानेर में इससे पहले कई बार सिटी बसें चलाने की कोशिश हुई लेकिन फेल हो गई। इस बार छह महीने के भीतर सिटी बसों के संचालन का सपना साकार होने की उम्मीद है। जो पुराने रूट बने हैं उनका नई बसों की संख्या के आधार पर विस्तार होगा। नए रूट में बीकानेर से देशनोक के बीच बस चलाई जाएगी।
बीकानेर से रोज सैकड़ों सवारी देशनोक मंदिर दर्शन के लिए जाती हैं। इसके अलावा पलाना, उदयरामसर की सवारियों को भी राहत मिलेगी। जयपुर रोड पर रायसर तक बसें चलाने की योजना है। नाल तक भी बसें चलाई जाएंगी और रविवार के दिन कोडमदेसर तक के लिए भी प्लान बन रहा है। श्रीगंगानगर रोड पर बीछवाल और खारा दो में कोई एक जगह तय होगी। एक महीने के भीतर प्लान बनकर तैयार होगा।

