
भारत सहित कई देशों में कल दिखाई देगा चंद्र ग्रहण, क्या है चंद्र ग्रहण का समय? कब से लगेगा सूतक काल, यहां जानें समय और प्रभाव





भारत सहित कई देशों में कल दिखाई देगा चंद्र ग्रहण, क्या है चंद्र ग्रहण का समय? कब से लगेगा सूतक काल, यहां जानें समय और प्रभाव
चंद्र ग्रहण खगोलीय, धार्मिक और ज्योतिषीय तीनों ही दृष्टियों से महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका सीधा प्रभाव देश-दुनिया की गतिविधियों से लेकर पूजा-पाठ और व्यक्तिगत जीवन पर पड़ता है। हिंदू धर्म में इसे अशुभ अवधि के रूप में जाना जाता है, इसलिए इसके आरंभ से समापन तक कई नियमों का पालन किया जाता है। हालांकि, खगोलशास्त्रियों के लिए यह आकाशीय घटनाओं को समझने का अवसर होता है। वहीं ज्योतिष में इसका असर 12 राशियों और 27 नक्षत्रों पर पड़ता है, जिससे कुछ जातकों को लाभ, तो कुछ की परेशानियां बढ़ने लगती हैं। इस वर्ष 7 सितंबर 2025 को साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इसका दृश्य भारत में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। ऐसे में आइए इसके समय, प्रभाव, सूतक काल और उपायों को विस्तार से जानते हैं।
चंद्र ग्रहण 2025 प्रारंभ और समापन
आपको बता दें, यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अफ्रीका, एशिया, यूरोप, पश्चिमी और उत्तरी अमेरिका तथा दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में भी नजर आएगा।
सूतक काल समय
चंद्र ग्रहण 2025 ज्योतिषीय प्रभाव
साल 2025 का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण न्याय के कारक शनि की राशि कुंभ और गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद में लगने वाला है। ऐसे में जिन भी जातकों का जन्म इस नक्षत्र में हुआ है उनपर विशेष कृपा बनी रहेगी। करियर-कारोबार में मनचाहा लाभ मिलने की संभावना है। नई नौकरी की प्राप्ति होगी, जिससे भौतिक सुख में वृद्धि होना संभव है। स्वास्थ्य समस्याएं दूर होंगी और रिश्तों में प्रेम-विश्वास का संचार होने के योग है।
- ग्रहण की अवधि में सोना नहीं चाहिए।
- बाल या नाखून भी नहीं काटना चाहिए।
- ग्रहण में रसोई का कोई काम नहीं करना चाहिए।
- भोजन ग्रहण भी नहीं करना चाहिए।
- पूजा-पाठ और भगवान की मूर्तियों को नहीं छूना चाहिए।
- कोई भी खरीदारी ग्रहण में न करें।
- शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए।
- गर्भवती महिलाएं बाहर जाने की भूल न करें।
- आसमान को नहीं देखना चाहिए।
- सुई से जुड़ा कोई भी काम न करें


