
नशा परिवार समाज और राष्ट्र की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा है: डॉ. कन्हैया





नशा परिवार समाज और राष्ट्र की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा है: डॉ. कन्हैया
बीकानेर (नसं)। छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध बीकानेर शहर में युवाओं को नशे ने जकड़ लिया है शहर की गली मौहल्लों में नशा बिकता नजर आता है। शहर का युवा इसमें जकडता ही जा रहा हे इसी को ध्यान में रखते हुए शहर जाने माने मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. कन्हैया कच्छावा ने शहर में जगह जगह जागरुकता चौपाल लगाकर युवाओं व आम नागरिकों को बता रहे है नशे के क्या दुष्परिणाम हो सकते है। डॉ. कन्हैया ने बताया कि शुक्रवार को रामपुरा बस्ती में नशा मुक्ति जन जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बजरंग जाखड़ा और उनकी टीम के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, युवा, महिलाएँ एवं बुजुर्ग स्कूली बच्चे उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान डॉ कन्हैया ने नशे के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशा परिवार, समाज और राष्ट्र की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा है। बजरंग जाखड़ा ने युवाओं से आह्वान किया कि वे नशे से दूर रहकर शिक्षा, संस्कार और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाएँ।इस अवसर पर उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ताओं व गणमान्य नागरिकों ने भी अपनी बात रखी और संकल्प दिलाया कि बस्ती में नशामुक्त वातावरण बनाने के लिए सभी मिलकर काम करेंगे। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनसमूह ने सामूहिक रूप से नशामुक्ति की शपथ ली और सभी ने नारे लगाए नशामुक्त हो देश हमारा कार्यक्रम में सोहन जी प्रजापत,लोकेश माली, स्वरूप माहर, सुखदेव गुरिया ,सुनील भोभरिया ,गोलू बोबरवाल ,सुनील माली ,धर्मेंद्र लेखेसर ,महेश लेखेसर आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

