
कोतवाली व नयाशहर पुलिस मस्त सावधान: देर रात शहर के अंदर खुलने वाली दुकानों के आस पास हथियार लेकर घुमते है युवक हो सकती है बड़ी घटना





कोतवाली व नयाशहर पुलिस मस्त
सावधान: देर रात शहर के अंदर खुलने वाली दुकानों के आस पास हथियार लेकर घुमते है युवक हो सकती है बड़ी घटना
बीकानेर। पिछले काफी समय में देखने में आ रहा है शहर के अंदर पूरी रात चाय व खानेपीने की दुकानों पर बदमाशों का आवागमन ज्यादा हो गया है। शहर में परकोटे से बाहर के युवक आधी रात को खाने पीने की बाहने आते है और वारदातें करके चले जाते है। नाम नहीं छापने की शर्त पर मोहता चौक निवासी ने बताया कि आधी रात के बाद बदमाशों का आना जाना लगा रहता है जो मंहगी गाडियों में सवार होकर आते है और हथियार लेकर घुमते रहते है उनके व्यवहार से ऐसा लगता है अभी झगड़ा करेगें। कई ऐसे लडक़े आते है जिनकी बाइक पर नंबर तक अंकित नहीं होता है। ऐसे भी शहर में बाइक चोरी की वारदातें होती जा रही है। इन दुकानों पर रात तोइतनी भीड़ रहती है कि पता नहीं चलता कौन शहर का कौन परकोटे के बाहर का है। इन दुकानदारों ने पूरा इलाका परेशान है लेकिन शिकायत नहीं करते है क्योकि ये दुकान व इनके साथी तुरंत झगड़े पर उतारु हो जाते है दबी आवाज में कहते है कि बीकानेर प्रशासन व स्थानीय थानाधिकारियों की लापरवाही के कारण कभी ना कभी बड़ा हादसा होगा तभी ये दुकान रात को बंद होगी।
मंत्री के आदेशों की जमकर उड़ा रहे है धज्जियां दो थाने
अगर देखा जाये तो कुछ महीने बीकानेर के मंत्री सुमित गोदारा ने एक बयान दिया कि शहर की सभी दुकान रात 11 बजे के बाद होनी चाहिए जिससे की शहर में शांति रहे। एकबारगी तो पुलिस ने सख्ती की ओर दुकानें सभी 11 बजे बंद होने लगी जिससे शहरवासियों ने राहत की सांस ली। लेकिन स्थानीय नेताओं की सिफारिश के कारण दुकानों को पुलिस अब बंद नहीं करवाती है। अब पुलिस बड़ा हादसे का इंतजार कर रही है। जब मंत्री के आदेशों को नहीं मानते है तो अपने अधिकारियों की बात कौन मानेगा।
शहर में रोज लगती है जुए की मंडी
शहर के कई ऐसे इलाके है जहां जुए की मंडी रोज लगती है जानकारी ऐसी मिली है कि मोहता चौक से लखोटियां का चौक तक एक घर में रुपये लेकर जुआरियों को सुरक्षित जगह उपलब्ध करवाई जा रही है। जो शाम होते ही अपने ठिकानों पर पहुंच जाते है और आधी रात को बाहर आते है। एक युवक जुआरियों की मुखबिर करता है जो पुलिस के आने से पहले ही उनको तुरंत फोन पर सूचना दे देता है जिससे जुआरी अपनी जगह छोड़ देते है। मजे की बात है इस मामले में पुलिस की मुखबिर कमजोर है या पुलिस जानबूझकर अज्ञान बनी हुई है।
जुआरी बने फायरनेशर
देखने में आया हे कि जुआरी अब फायनेशर बन गये है हारने वाले को मोटे ब्याज पर रुपये तुरंत उधार देते है या मोबाइल, बाइक पर भी रुपये उधार देते है।
उधार रुपये लेने का तरीका गैगस्टरों जैसा
मजे की बात तो यह है शहरवासी अपने आपको सुरक्षित मानते है कि हमारे क्षेत्र में कोई बदमाश अपनी बदमाशी नहीं कर सकता लेकिन ऐसा नहीं है हाल ही में एक युवक ने अपने उधार दिये रुपये वापस लेने एक युवक के घर पर जाकर उसके परिवार को बुरी तरह धमकाया और पिस्तौल दिखाकर धमकी दी कि अगर दो दिन में उधार रुपये नहीं दिये तो पत्नी व लडक़ी को उठाकर ले जाऊंगा। इतनी धमकी देने के बाद पूरा परिवार सदमें में रहता है क्योकि बदमाश को किसी तरह दो दिन में रुपये देने होंगे अन्यथा वो अपने आदमियों के साथ आकर उठाकर ले जायेगा।

