फर्जी दुल्हनों के फेरे फंस कर बर्बाद हो रहे है बीकानेर के कुंवारे युवा, पढ़े पूरी खबर

फर्जी दुल्हनों के फेरे फंस कर बर्बाद हो रहे है बीकानेर के कुंवारे युवा, पढ़े पूरी खबर

फर्जी दुल्हनों के फेरे फंस कर बर्बाद हो रहे है बीकानेर के कुंवारे युवा, पढ़े पूरी खबर
बीकानेर (शिव भादाणी )। शादी कर घर बसाना महंगा पडऩे पर सस्ते सौदे में मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र , दिल्ली,से लाईं जा रही धोखोबाज दुल्हनें बीकानेर युवाओं को शादीशुदा होकर भी कुंवारेपन का दंश दे जा रही हैं। दलालों के जाल में फंसकर लाखों रुपए लेने के बाद कुछ दिन वैवाहिक सुख देकर दुल्हनें नकदी-जेवर बटोरकर फरार हो रही हैं। बीकानेर शहर में ऐसे कई मामले हो चुके है जहां युवाओं से दलाल पैसे लेकर उनकी शादी करवा देते है लेकिन कई बार देखने में आते है लडक़ी अकेली ही होती है उसके मां बाप से नहीं मिलवाया जाता है और इसी का नतीजा है कि लडक़ी थोड़े दिनों भी घर में जेवर व नगदी लेकर फरार हो जाती है। इस काम में उन लड़कियों से दलाल भी मिले रहते है। अगर कोई पुलिस में जाकर मामला भी करवाया तो किसी पर मामला दर्ज करें क्योकि लडक़ी की पूरी डिटेल फर्जी होती है। कई बार तो देखने में आया तो दलाल तक फर्जी सामने आते है।
औसतन हर साल दस से लेकर 20 ऐसे मामले सामने आ रहे। सामाजिक विश्लेषक बताते हैं कि इसके पीछे सजातीय विवाह के बेतहाशा खर्च और सामाजिक विषमताएं हैं। धोखे के शिकार युवाओं को दूसरी शादी के बाद सामाजिक स्तर पर नए रिश्ते भी नहीं मिल रहे। कई वैवाहिक मामले कानूनी पचड़ों में फंसे हैं और कईयों का पारिवारिक स्वरूप गड़बड़ाया गया है। दिल्ली जैसे राज्यों में तो अनाथ आश्रम जैसी संस्थाओं से जुड़ी लड़कियां युवाओं को अपनी जाल में फंसा लेती है और फिर उनसे रुपये ऐठने का काम करते है ऐसी ही एक संस्था है दिल्ली की जो सामूहिक विवाह के नाम पर पहले रजिस्टेशन के नाम पर हजारों रुपये लेती है बाद में सुरक्षा के नाम हजारों रुपये जमा करवाने का कहती है इस तरह एक युवा से लाखों रुपये हड़प रही है। 500 रुपये में अलग अलग ग्रुपों से जोड़ कर उनको अलग अलग अनाथ आश्रम की लड़कियों की फोटो भेजती है कि आप लडक़ी पंसद कर लो आपकी शादी करवा दी जायेगी। बेचारे युवा इनकी बातों में आकर अपना रुपये गंवा बैठे होते है।
दूसरे राज्यों से क्यों ला रहे दुल्हनें?
नौकरी-व्यवसाय जमने तक ब्याह नहीं करने को अड़े युवाओं को उम्र पार होने के बाद दुल्हन नहीं मिलती।
निजी व पारिवारिक कमजोरियां समाज के सामने आना।समाजों में क्षेत्र में सजातीय योग्य दुल्हनों की कमी।
कुछ समाजों में दुल्हन को 10-12 तोला सोना, नकदी, महंगे कपड़े, चांदी के जेवर आदि चढ़ाने के रिवाज से बेतहाशा खर्च। बिचौलियों और मैरिज ब्यूरो के जरिये शादी का खर्च केवल 5-7 लाख तक ही। अधेड़ उम्र के ब्याह से टले या विधुरों के लिए कम उम्र की दुल्हन ढूंढना। युवती से विवाह से पहले घर-परिवार की जानकारी जुटाएं। युवती के मकान व परिचितों की तस्दीक के बाद ही निर्णय करें। युवती-दलाल आदि के पहचान के ठोस दस्तावेज जुटाएं। सामाजिक स्तर पर मेल-मिलाप बढ़ाएं। एक-दूसरे के लिए तत्पर रहें। विवाह योग्य युवक-युवतियों का समाज स्तर पर डेटा बैंक बनाया जाए।

Join Whatsapp
टी.एन.ज्वैलर्स हॉलमार्क ज्वैलरी शोरूम बाबूजी प्लाजा मो 800355555 जेवराती सोना 20 कैरट90100 रेट , 22 कैरट 95100 चांदी 117500 |टी.एन.ज्वैलर्स हॉलमार्क ज्वैलरी शोरूम बाबूजी प्लाजा मो 800355555 जेवराती सोना 20 कैरट90100 रेट , 22 कैरट 95100 चांदी 117500 |