
सादुल क्लब मैदान मेले में विवाद, महिलाएं झगड़ी, कई बार पूर्व में भी हो चुके है विवाद, नहीं हो रही ठोस कार्रवाई
















खुलासा न्यूज, बीकानेर। सादुल क्लब मैदान में लगने वाले मेले में महिलाएं का झगड़ा हो गया। जानकारी के अनुसार मेले में तैनात महिला बाउंसरों ने कुछ महिलाओं के साथ झगड़ा कर दिया। विवाद इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया। घटना की सूचना मिलने के बाद सदर पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि महिलाओं में विवाद किस बात को लेकर हुआ। दरअसल, मेले संचालकों द्वारा यहां लूट मचा रखी है। मेले में एंट्री के नाम पैसा वसूल किया जा रहा है। पार्किंग का अलग से चार्ज वसूला जा रहा है। यह चार्ज नहीं देने वाले वाहन को बाहर सड़क किनारे खड़ा कर दिया जाता है, जिससे शाम होते ही सड़क पर जाम की स्थिति बन जाती है। कई बार सड़क हादसे हो चुके हैं, यातायात बाधित होता है, लेकिन पुलिस प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। इसके अलावा मेले में आए दिन विवाद-झगड़े होते रहते है, लेकिन वहां तैनात बाउंसर लोगों को मारपीट कर बाहर निकाल देते है। महिलाओं के साथ बदसूली होती है, जिसकी शिकायत होती है, परंतु पुलिस प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे प्रतीत होता है जैसे इन मेले संचालकों को पुलिस का पूरा संरक्षण मिल रहा हो। पिछले दिनों यहां महिलाओं के साथ झगड़ा हुआ था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आज फिर यहां महिलाओं के साथ झगड़ा हो गया। यानि पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे ये सब हो रहा है, फिर भी मेले संचालकों को महिलाओं व युवतियों की सुरक्षा को लेकर पाबंद नहीं किया जा रहा है। अगर कोई बड़ी घटना हो गई तो फिर इसका जिम्मेदार कौन होगा।
दरअसल, ये विवाद इसलिए हो रहे है कि यहां मेले संचालकों द्वारा खुली लूट मचा रखी है। मेले में किसी को एंट्री भी लेनी है ना तो उसके पैसे देने पड़ रहे है। इसके अलावा मेले के अंदर कुछ ऐसे अलग-अलग पार्ट्स बना रखे है जिसमें जाने के लिए लोगों से मोटी फीस वसूल की जा रही है, जबकि मेले में एंट्री करने से पहले संबंधित व्यक्ति पैसा देकर आया है। इस तरह की लूट के खिलाफ जो महिलाएं व पुरुष आवाज उठाता है उसके साथ वहां तैनात बाउंसर झगड़ा करने पर उतर आते है। कई बार तो मामले मारपीट तक पहुंच चुके है। अनेक बार मेले संचालकों के व्यवहार व लूट की शिकायत प्रशासन को की जा चुकी है, फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा।


