
शहर को नहीं मिल रही आवारा पशुओं से निजात, जगह-जगह जमावड़े से बाधित हो रहा यातायात, एक्सीडेंट के केस भी बढ़े





खुलासा न्यूज, बीकानेर। शहर की बड़ी समस्याओं में से एक आवारा पशुओं की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही। जगह-जगह लगे पशुओं के जमावड़े न केवल यातायात बाधित हो रहा बल्कि एक्सीडेंट के केस में ईजाफा हुआ है। हालांकि नगर निगम प्रशासन की ओर से हर रोज आवारा पशुओं को पकडऩे का दावा किया जा रहा है, परंतु यह दावा धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रहा। इन आवारा पशुओं के कारण लोग काफी परेशान है, परंतु हकीकत में काम करने की बजाय प्रशासन केवल और केवल झूठे दावे करने में लगा हुआ है। शहर की मुख्य सड़कों से लेकर मुख्य बाजारों में आवारा पशु घूम रहे है। फड़ बाजार में और अधिक हालत खराब है, जहां इन पशुओं के कारण हर आधे घंटे जाम की स्थिति बन रही है। दरअसल, फड़ बाजार में खुले सब्जी-फ्रूट वाले ठेले बड़ी संख्या में लग रहे है, ठेले वाले गली-सड़ी सब्जियों को वहीं पर फेंक देते है, जिसके कारण यहां हर समय आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है, जो यातायात को बाधित कर है। इसके अलावा केईएम रोड़, स्टेशन रोड़ सहित शहर की अन्य सड़कों पर आवारा पशु घूम रहे है, जो यातायात में बाधक तो बन ही रहे है साथ ही साथ पशुओं के कारण हादसे भी हो रहे है। वहीं, निगम प्रशासन की ओर से हर रोज आवारा पशुओं को पकडऩे के दावे किए जा रहे है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि पशु पकड़े जा रहे है तो फिर इस समस्या से शहर को निजात क्यों मिल रही?
दरअसल, शहर में आवारा पशुओं के बढऩे के पीछे एक बड़ा कारण जगह-जगह संचालित हो रही दुग्ध डेरियां है। डेयरी संचालक दूग्ध निकालने के बाद गायों को खुली बाहर छोड़ देते है। या फिर जो पशु दुग्धारू नहीं है, उन्हें सड़कों पर खुला छोड़ देते है। ऐसे में ये पशु दूर-दराज क्षेत्रों में जाकर झुंड के साथ मिल जाते है, जो यातायात में बाधा बनते है। हालांकि नगर निगम द्वारा दूग्ध डेयरी संचालकों पर इस हरकत को लेकर जुर्माना व कार्यवाही निर्धारित कर रखी है, लेकिन कार्यवाही नहीं हो रही। जिसके कारण पोल में ढोल बज रहा है।

