
बीकानेर: खुले व जर्जर मैनहोल से जानलेवा हो रहा शहर, बारिश के बाद लचर ड्रैनेज सिस्टम, निगम पर उठ रहे सवाल





बीकानेर: खुले व जर्जर मैनहोल से जानलेवा हो रहा शहर, बारिश के बाद लचर ड्रैनेज सिस्टम, निगम पर उठ रहे सवाल
खुलासा न्यूज़,बीकानेर। शहर में मानसून की बारिश के बीच खुले, जर्जर और गायब मैनहोल लोगों की जान पर भारी पड़ रहे हैं। पिछले 15 दिनों में सट्टा बाजार के पास टूटा मैनहोल, जिसमें युवक की बाइक समा गई, पीबीएम अस्पताल के सामने कार का अगला हिस्सा मैनहोल में धंस जाना—ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं। केईएम रोड और शार्दूल सिंह सर्किल सहित दर्जनों जगहों पर या तो मैनहोल ढक्कन पूरी तरह टूटे हैं, या आधे खुले हैं, या केवल बोर्ड लगाकर ‘सावधानी’ दर्शा दी गई है।
मानसून से पहले नगर निगम और कलेक्टर ने वादा किया था कि सभी मैनहोल दुरुस्त होंगे, लेकिन अब आधा मानसून बीत चुका, सर्वे की प्रक्रिया अभी शुरू ही हुई है। केईएम रोड का एक मैनहोल पिछले 4 महीने से खुला है। वहां निगम ने एक नया अवैध पानी निकासी रास्ता बना दिया है, जिससे लाखों की आबादी को आवागमन में रोज खतरा है। शार्दूल सिंह सर्किल के पास 100 मीटर के दायरे में ही दो मैनहोल जर्जर—एक आधा ढका और दूसरे के आगे बोर्ड, कोई ठोस समाधान नहीं। कुल मिलाकर शहरभर में करीब 100 मैनहोल जर्जर या खुले हैं, जिनमें गाड़ियां और लोग गिंग हो रहे हैं।
ढक्कनों की चोरी एक अलग ही मुसीबत बन गई है। एक साल पहले पार्षद ने शिकायत दी थी कि निगम के ट्रैक्टर चालक कर्मचारी मैनहोल का ढक्कन चोरी करते देखे गए। ढक्कनों में लोहा होता है, जिसे तोड़कर बेच दिया जाता है।
नगर निगम कमिश्नर मयंक मनीष के मुताबिक—“सर्वे के आदेश दिए जा चुके हैं, बजट की कोई समस्या नहीं है। अधिकांश ढक्कन ठीक कराए हैं, बाकी जल्द ही दुरुस्त किए जाएंगे।”लेकिन सवाल यह है कि हर साल लाखों खर्च होने पर भी हर साल मैनहोल जर्जर या गायब क्यों मिलते हैं?
बारिश के दौरान सड़कों पर पानी भर जाता है, जिससे खुले या जर्जर मैनहोल दिखाई नहीं देते। यह स्थिति जानलेवा साबित होती है। अब तक कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें बाइक, कार और अन्य वाहन खुले मैनहोल में गिर चुके हैं। वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और लोग गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। शहर के व्यस्त मार्गों और बाजारों में न तो किसी तरह की बैरिकेडिंग है, न ही सफाई से जुड़ी चेतावनी या बोर्ड। ऐसे में रोज हजारों लोगों की जान जोखिम में है।

