
बीकानेर: मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग का आधे से ज्यादा हिस्सा अनसेफ





बीकानेर: मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग का आधे से ज्यादा हिस्सा अनसेफ
बीकानेर। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज की 66 साल पुरानी बिल्डिंग का आधे से ज्यादा हिस्सा अनसेफ घोषित कर दिया गया है। पीडब्ल्यूडी की हालिया रिपोर्ट तो यही बयां कर रही है, जिसमें साफ कहा गया है कि सभी स्थान दुर्घटना संभावित क्षेत्र हैं। इन्हें उपयोग में नहीं लिया जाए। इस रिपोर्ट के बाद सात विभागों को बी ब्लॉक में शिफ्ट कर दिया गया है। कक्षाएं भी दूसरे स्थान पर लगाने की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। मेडिकल कॉलेज के पिछले हिस्से में वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम, आईटी सेल और फार्माकोलॉजी लैब वाला हिस्सा दो दिन पहले आई बारिश में गिर पड़ा। इससे कॉलेज बिल्डिंग का आधा भाग हिल गया है। साइड की दीवार कभी भी गिर सकती है। सुरक्षा को देखते हुए कॉलेज के पास वाला रास्ता बंद कर दिया गया है। राहत की बात ये है कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इससे कॉलेज प्रशासन और पीडब्ल्यूडी की बड़ी चूक सामने आ गई।
दोनों ने ही 66 साल पुरानी बिल्डिंग का कभी सर्वे करना जरूरी नहीं समझा। हादसे के बाद पीडब्ल्यूडी ने सर्वे कर दस तरह की खामियां निकाली है। पीडब्ल्यूडी की यह रिपोर्ट डॉक्टरों में वायरल है, जिसे देखकर हर कोई डर रहा है। बुधवार को स्टाफ और स्टूडेंट्स कॉलेज में प्रवेश करने से बचते रहे। यह सर्वे कॉलेज बिल्डिंग के नोडल अधिकारी डॉ. गौतम लूणिया और पीडब्ल्यूडी की कार्यवाहक एक्सईएन कुसुम, एईएन विनोद ने संयुक्त रूप से किया था। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. गुंजन सोनी ने इंजीनियरिंग कॉलेज की टीम से दुबारा सर्वे करवाने की बात कही है। मेडिकल कॉलेज के पुराने भवन में चल रहे फिजियोलॉजी, एनाटोमी, पीएसएम, वीआरडीएल, पैथोलॉजी एवं लेक्चरर थिएटर-4, लेखा-क्रय अनुभाग- आईटी सैल और जनरल सेक्शन को बी ब्लॉक में शिफ्ट किया गया है। दरसअल एनएमसी के नियमों को पूरा करने के उद्देश्य से बी ब्लॉक का निर्माण कराया गया था। वहां सभी विभागों के लिए जगह है। माइक्रोबायोलॉजी के अलावा कोई विभाग वहां नहीं गया। मेंटिनेंस के अभाव में उसकी भी टाइल्स उखड़ने लगी हैं।


