बीकानेर: अब आई ये नई तकनीक, एक ​क्लि​क से पता लगाएंगे अवैध खनन

बीकानेर: अब आई ये नई तकनीक, एक ​क्लि​क से पता लगाएंगे अवैध खनन

बीकानेर: अब आई ये नई तकनीक, एक ​क्लि​क से पता लगाएंगे अवैध खनन

बीकानेर। खान एवं भूविज्ञान ने राज्य में अवैध खनन रोकने के लिए हाईटेक तरीके से मशक्कत शुरू की है। अब ई-तकनीक के जरिये ऑफिस में बैठकर पूरे राज्य में खानों की निगरानी की जाएगी। खान एवं भूविज्ञान विभाग ने ई-ऑडिट कंपनी के साथ मिलकर एक तकनीकी प्रणाली विकसित की है जिससे रवन्ना के दुरुपयोग की गहराई से जांच की जा सकेगी। इससे खानों से भरे जाने वाले खनिज, उसकी मात्रा और निर्गमन के बारे में पूरी जानकारी रहेगी। कौन सी खान से कब, कितने टन खनिज और गाड़ियां रवाना हुई। रवन्ना कब, कितने टन का कटा, निगरानी करने वाले अधिकारियों के कम्प्यूटर में इसका पूरा आंकड़ा होगा। फिलहाल मुख्यालय स्तर पर इस तकनीक से निगरानी शुरू की गई है। प्रचलन में आने के बाद जिलों के माइनिंग इंजीनियर भी ई-तकनीक से अवैध खनन और निर्गमन रोकेंगे। खान महकमे के आला अधिकारियों के मुताबिक यह तकनीक मील का पत्थर साबित हो सकती है। क्योंकि, इस तकनीक से अवैध और परिवहन का बड़ा मामला पकड़ा गया है। खान मुख्यालय ने ई-तकनीक से जयपुर के चौमू क्षेत्र में बालाजी एंड संस की खनन लीज (मेसनरी स्टोन) को निगरानी में लिया। खान के पिछले 5 सालों के रवन्ना और डिस्पैच डेटा का गहराई से विश्लेषण किया गया। जांच में लगभग 6,000 वाहनों की गतिविधियों को डिजिटल रिकॉर्ड के माध्यम से खंगाला गया।

चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि लीजधारी ने एक ही ट्रक को वजन पुल पर स्थिर रखकर बार-बार उसका डेटा सिस्टम में दिखाकर लगभग 3,900 ट्रकों के बराबर खनिज का अवैध तरीके से डिस्पैच किया। इस तरकीब के जरिए लीजधारी ने करीब 6,800 टन खनिज गैरकानूनी रूप से खनन और परिवहन किया, जिससे सरकार को लगभग 3 करोड़ रुपये की राजस्व हानि हुई। यह राज्य में पहला ऐसा मामला है जिसमें ई-तकनीक के साक्ष्यों के आधार पर अवैध खनन का खुलासा हुआ है।

Join Whatsapp
टी.एन.ज्वैलर्स हॉलमार्क ज्वैलरी शोरूम बाबूजी प्लाजा मो 800355555 जेवराती सोना 20 कैरट 87900 रेट , 22 कैरट 92900 चांदी 110000 |टी.एन.ज्वैलर्स हॉलमार्क ज्वैलरी शोरूम बाबूजी प्लाजा मो 800355555 जेवराती सोना 20 कैरट 87900 रेट , 22 कैरट 92900 चांदी 110000 |