
आसमान से बरसी राहत की बूंदे, लेकिन जनप्रतिनिधियों व प्रशासन की उदासीनता ने किया परेशान, देखें वीडियो





खुलासा न्यूज बीकानेर। बीकानेर में सोमवार सुबह से बादलों का जमघट रहा, जो दोपहर तक बरस ही गए। शहरी क्षेत्र में मानसून की ये पहली बारिश थी। हल्की बारिश में ही सरदार पटेल मेडिकल कालेज का एक हिस्सा गिर गया हालांकि गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं, जूनागढ़ किला चारों तरफ से पानी से गिर गया, हालात ये तक हो गए कि सड़क पर जमा हुआ पानी सूरसागर की पेडिय़ों को चीरते अंदर जा समा गया। इसे यूं कहे कि एक बार फिर प्रशासन की दावों की पोल खोलकर रख दी। हालांकि इस बारिश से मौसम जरूर सुहाना हुआ, लेकिन उमस ने अभी भी लोगों को पसीने से तर्र कर रखा है।
मेडिकल कॉलेज का हिस्सा ढह गया
दोपहर में बारिश के तुरंत बाद कॉलेज का ये हिस्सा ढह गया। हादसे से पहले तक काफ़ी लोग यहां थे लेकिन जब दीवार गिरी तो सब बाहर थे। ये एक बड़ा हिस्सा है जिसमें दो मंजिल गिर गई। सभी लोग सुरक्षित है। गनीमत ही रही कि सोमवार को किसी तरह की वीसी यानी वीडियो कांफ्रेसिंग नहीं थी। वीसी होती तो यहां बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं पास ही एक अन्य डिपार्टमेंट के रूम में भी कोई नहीं था। मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट्स भी यहीं आसपास रहते हैं लेकिन हादसे के वक्त कोई नहीं था। एक हल्की बारिश में ही इतनी बड़ी इमारत का हिस्सा गिर गया। पहले से कमजोर इस परिसर को सुरक्षित नहीं करने के कारण ऐसे हालात बने हैं।
नीचले इलाकों में भरा पानी बना मुसीबत
हर बार की तरहा इस बार भी बारिश सुकून तो लेकर आई, लेकिन कहीं-कहीं परेशानी का कारण भी बनी। ये परेशानी बारिश की वजह से नहीं, बल्कि प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण बनी। क्योंकि हर बार प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा शहर की अव्यवस्थाओं में सुधार को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की जाती है, लेकिन उन बातों को धरातल पर नहीं उतारा जा रहा, जिसके कारण समस्याएं जस की तस बनी हुई है। सोमवार को मानसून की पहली बारिश ने प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी। जहां शहर के नीचले हिस्सों में बरसात का पानी जमा हो गया, जो राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बना। जूनागढ़, पुरानी गिन्नाणी, कलेक्ट्रेट परिसर, केईएम रोड़, गजनेर रोड़, कोठारी हॉस्पिटल रोड़, चौखूंटी क्षेत्र, फड़ बाजार, भुट्टों का चौराहा का क्षेत्र, तिलक नगर, व्यास कॉलोनी के कुछ क्षेत्र, जस्सूसर गेट का क्षेत्र, शहर के कुछ हिस्सों में तीन से चार फुट पानी सड़कों पर जमा हो गया, जिसकी निकासी नहीं हो रही, अब यह पानी धीरे-धीरे सुखेगा।
मौसम विभाग की और से नहीं था बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग को सुबह तक बीकानेर में बारिश की उम्मीद नहीं थी, लेकिन दोपहर करीब साढ़े तीन बजे रिमझिम बारिश शुरू हुई जो करीब आधा घंटे तक चली। ऐसे में बीकानेर शहर मानसून में पहली बार तरबतर हो गया। दरअसल, मौसम विभाग ने समीपवर्ती जिले हनुमानगढ़, चूरू में बारिश की उम्मीद जताई है लेकिन बीकानेर में नहीं। दोपहर बाद बीकानेर में करीब आधे घंटे तक बादल बरसते रहे।


