
शहर के इस मार्केट में ब्लास्ट में 11 लोगों की मौत की जांच में उलझी पुलिस





शहर के इस मार्केट में ब्लास्ट में 11 लोगों की मौत की जांच में उलझी पुलिस
बीकानेर। सिटी कोतवाली थाने के सामने मदान मार्केट के बेसमेंट में ब्लास्ट से 11 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे की कडिय़ां सुलझाते-सुलझाते पुलिस की जांच खुद उलझ गई है। पुलिस ने प्राथमिक तौर पर मार्केट के मालिक दो भाइयों को नामजद किया है, लेकिन उनकी ओर से अधिकांश दुकानें बेची जा चुकी हैं। अब पुलिस के सामने बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि हादसे का जिम्मेदार कौन हैं।7 मई को सिटी कोतवाली पुलिस थाने के सामने मदान मार्केट के बेसमेंट में गैस सिलेंडर लीक होने से ब्लास्ट हुआ और दुकानों की पट्टियां गिर गईं। आईजी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठित की थी और 15 दिन में जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा था। लेकिन, हादसे के दो माह बाद भी दोषी लोगों पर कार्यवाही नहीं हो पाई है, बल्कि पुलिस की जांच ही उलझ गई है। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने मदान मार्केट के मालिक दो भाई राजकुमार मदान और दीनदयाल मदान को नामजद किया है।
छानबीन में सामने आया है कि पांच मंजिला मार्केट में नीचे के 3 फ्लोर राजकुमार और ऊपर के दो फ्लोर दीनदयाल के नाम थे। दीनदयाल ने अपने नाम के दोनों फ्लोर की गिफ्ट डीड राजकुमार के नाम कर रखी है। मार्केट में कुल 28 दुकानें थी इनमें से 16 दुकानें बेच दी गई हैं। इसके लिए दोनों नामजद भाइयों को नोटिस देकर उनसे कागजात मांगे गए हैं। दूसरी ओर, नगर निगम ने क्षतिग्रस्त बिल्डिंग को पूरी तरह ढहा दिया है। अब उसका मलबा हटाया जा रहा है। मलबे में सर्राफा व्यवसायियों का सोना दबा होने की संभावना जताई जा रही है।मलबे से निकले सोने का मालिक कौन, पुलिस और ज्वेलर्स मिलकर तय करेंगे : नगर निगम की ओर से मदान मार्केट की पूरी क्षतिग्रस्त बिल्डिंग ढहा दी गई है और अब उसका मलबा हटाया जाएगा। मौके से मलबा हटाकर सुरक्षित रूप से जेल रोड के पास रखा जाएगा जहां उसमें खोजबीन की जाएगी। मदान मार्केट में ज्यादातर दुकानें सर्राफा व्यवसायियों की थी। ब्लास्ट होने के कारण दुकानदारों को सोना-चांदी मलबे में दब गया था। जेवरात से भरी एक अलमारी और कुछ अन्य सामान एसडीआरएफ ने मौके से बरामद किया था। सर्राफा व्यवसायियों के मुताबिक मलबे में अभी भी दुकानदारों का माल दबा पड़ा है। इसलिए मलबे को जेल रोड के पास सुरक्षित जगह पर ले जाया जाएगा। उसमें से निकलने वाले सोने-चांदी का मालिक कौन है, यह पुलिस और सर्राफा व्यवसायी मिलकर तय करेंगे।


