
अतिक्रमणकारी समय रहते स्वेच्छा से वन भूमि खाली नहीं करते हैं, तो विभाग करेगा कार्रवाई






अतिक्रमणकारी समय रहते स्वेच्छा से वन भूमि खाली नहीं करते हैं, तो विभाग करेगा कार्रवाई
बीकानेर। श्रीडूंगरगढ़ के वन क्षेत्र के तहत आने वाली जीएलआई वन भूमि पर सोमवार को सख्त कार्रवाई की गई। कार्रवाई सहायक वन संरक्षक सत्यपाल सिंह के निर्देशन में अंजाम दी गई। जिसमें क्षेत्रीय वन अधिकारी (प्रथम) सुभाषचंद्र वर्मा की अगुवाई में वनपाल हरिकिशन बालवान, सहायक वनपाल रामकुमार, हेमराज, तथा वनरक्षक लोकेश कुमार मीना, सीताराम, राजेन्द्र बारोटिया, सुभाष चंद्र, श्रीमती द्रोपती एवं गिरधारीलाल मदेरणा खासे सक्रिय रहें। सहायक वन संरक्षक सत्यपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रीडूंगरगढ़ वन क्षेत्र में अवैध अतिक्रमणों को हटाने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के तहत वन भूमि पर निर्मित समस्त कच्चे एवं पक्के अवैध ढांचों को हटाकर सम्पूर्ण अतिक्रमित क्षेत्र को पुन: वन विभाग के अधिकार क्षेत्र में लाया जाएगा। सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि अतिक्रमणकारी समय रहते स्वेच्छा से वन भूमि खाली नहीं करते हैं, तो विभाग उन्हें कानूनी दायरे में लाकर कठोर कार्रवाई करने हेतु बाध्य होगा। विभाग के पास राजस्थान भूमि राजस्व अधिनियम, 1956 की धारा 91 के अंतर्गत सहायक वन संरक्षक न्यायालय ्रष्टस्न कोर्ट में वाद प्रस्तुत कर विधिक कार्यवाही प्रारंभ करने का विधिसम्मत अधिकार है। ऐसी स्थिति में दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी तथा सभी अवैध निर्माण ध्वस्त किए जाएंगे।


