
बीकानेर के ठगों ने बुजुर्ग महिला से हड़पे लाखों रुपए, सीबीआई अफसर बनकर डिजिटल अरेस्ट किया






बीकानेर के ठगों ने बुजुर्ग महिला से हड़पे लाखों रुपए, सीबीआई अफसर बनकर डिजिटल अरेस्ट किया
“मैं सीबीआई से बोल रहा हूं, आपके खाते से मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ है। आपको गिरफ्तार करने के आदेश हैं।” यह फोन कॉल आते ही देहरादून की बुजुर्ग महिला (68) के होश उड़ गए। फर्जी CBI अधिकारी ने उन्हें जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी। “यह सूचना गोपनीय है। किसी को बताया तो तुरंत गिरफ्तारी होगी। बिना इजाजत घर से बाहर मत निकलना।” डर के मारे महिला साइबर ठगों के जाल में फंसती चली गईं। ठगों ने उनसे बीकानेर के एमएस कॉलेज की छात्रा के खाते में पैसे डलवाए। पहले 50 हजार, फिर 8 लाख और आखिर में कुल 25.60 लाख रुपए हड़प लिए। बीकानेर साइबर थाना पुलिस ने मामले की जांच में पाया कि यह एक अंतर्राज्यीय गिरोह है, जो 10% कमीशन पर छात्रों के खाते लेकर ठगी करता है। पुलिस ने लक्ष्मणसिंह, श्यामसुंदर बिश्नोई और छात्रा गणपति राजपुरोहित को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी प्रमोद बिश्नोई फरार है।
बीकानेर में साइबर ठगी का खुलासा: 40 खातों से एक करोड़ का ट्रांजैक्शन
बीकानेर साइबर थाना पुलिस ने जब संदिग्ध बैंक खातों की जांच की तो पता चला कि देहरादून से गणपति के खाते में बार-बार रुपए जमा हुए और निकाले गए। साइबर थाने के इंस्पेक्टर रमेश सर्वटा ने बताया कि 1930 हेल्पलाइन पर मिली साइबर फ्रॉड की शिकायतों की जांच में एक अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा हुआ। यह गिरोह 10 प्रतिशत कमीशन पर बैंक खाते उधार लेकर ठगी की रकम जमा करवाता और एटीएम व चेक से निकाल लेता था। पुलिस को ऐसे 40 खातों का पता चला है, जिनसे करीब एक करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया। मामले में लक्ष्मणसिंह, श्यामसुंदर बिश्नोई, प्रमोद बिश्नोई और उसकी दोस्त गणपति को नामजद किया गया है। गिरोह का सरगना प्रमोद फरार है, जबकि अन्य तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में साइबर ठगी से जुड़ी कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं।


