
बारहगुवाड़ में वीर रस आधारित कवि सम्मेलन आयोजित







‘यह भारत की मेहरबानी है, जो पीता उसका पानी है, अफसोस इस बात का है दोस्त, तेरे चेहरे पर ना पानी है’
खुलासा न्यूज बीकानेर। नगर थरपणा उछब समिति की ओर से रविवार को बारह गुवाड़ चौक में वीर रस और देशभक्ति आधारित कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान शहर के लगभग एक दर्जन कवियों और कवयित्रियों ने देशभक्ति से उतप्रोत कविताएं प्रस्तुत की। संजय आचार्य वरुण ने ‘जिस दिन में हथियार उठाकर नेत्र तीसरा खोलूंगा, सारी दुनिया चुप होगी और केवल में ही बोलूंगा’ प्रस्तुत की। कैलाश टाक ने ‘धड़कता खून रगों में बहाना चाहिए, प्रताप दिल में जिंदा रहना चाहिए’ के माध्यम से श्रोताओं की वाहवाही लूटी। राजाराम स्वर्णकार ने ‘भारत की शान पर, हिंदुओं की जान पर, चढ़ाई जब आतंकी करे’ प्रस्तुत किया। आनंद मस्ताना ने ‘मारने का आज से प्रबंध होना चाहिए’ के माध्यम से देशभक्ति की भावना जगाई। डॉ. कृष्ण आचार्य ने ‘जब-जब मातृभूमि पर असुरों ने डेरा डाला है प्रताप सरीखे शूरवीरों ने खंड-खंड कर डाला है’ गीत प्रस्तुत किया। वहीं मनीष आर्य सोनी ने ‘राष्ट्रीय आराधना गूंजे नभ तक, जय भारत जय भारती’ की प्रस्तुति दी। इसी प्रकार मोनिका गौड़ ने राजस्थानी में देशभक्ति और संस्कृति से जुड़ी कविता की प्रस्तुति की।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए बाबूलाल छंगाणी बाबू बमचकरी ने ‘यह भारत की मेहरबानी है, जो पीता उसका पानी है, अफसोस इस बात का है दोस्त, तेरे चेहरे पर ना पानी है’ प्रस्तुत किया। इससे पहले पंडित जुगल किशोर ओझा पुजारी बाबा तथा पंडित भूत महाराज ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम संयोजक जोगेंद्र शर्मा ने बताया कि विधायक श्री जेठानंद व्यास की पहल पर नगर थरपणा दिवस के सभी कार्यक्रमों को शहीदों और वीरों को समर्पित किया गया है। कार्यक्रम सहसंयोजक आशा आचार्य ने स्वागत उद्बोधन दिया।
सुधा आचार्य ने शंखनाद के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। प्रहलाद ओझा भैरू ने शहरी परकोटे की विभिन्न विशेषताओं के बारे में बताया। सहसंयोजक अनिल आचार्य ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन राजा सखी ने किया।
इस दौरान जेपी व्यास, ईश्वर महाराज छंगाणी, हनुमान दास पुरोहित, सत्यनारायण छंगाणी, विष्णु दत्त छंगाणी, पवन ओझा, जेठमल ओझा, श्याम सुंदर जोशी, डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली, डॉ. अमित व्यास, मुकेश ओझा सहित बड़ी संख्या में लोग देर रात तक मौजूद रहे।

