
राजस्थान: पाकिस्तान नहीं जा सकी बारात, दूल्हा बोला-सरकार का फैसला सही, पाक नागरिकों के वीजा रद्द







राजस्थान: पाकिस्तान नहीं जा सकी बारात, दूल्हा बोला-सरकार का फैसला सही, पाक नागरिकों के वीजा रद्द
बीकानेर। पहलगाम अटैक का असर भारत और पाकिस्तान में रह रहे रिश्तेदारों पर भी पड़ रहा है। बाड़मेर में कई परिवार ऐसे हैं जिनके बीच दोनों देशों में शादी-संबंध होते हैं। बाड़मेर के शैतान सिंह (25) की शादी 30 अप्रैल को पाकिस्तान के अमरकोट में होने वाली थी। 22 अप्रैल को पहलगाम अटैक के बाद बॉर्डर बंद कर दिए गए।दूल्हे शैतान सिंह की शादी अब कब होगी, उन्हें नहीं पता। इस हमले के बाद भारत ने अटारी बॉर्डर बंद कर दिया है। बाड़मेर जिले के इंद्रोई गांव में रहने वाले शैतानसिंह पुत्र हेम सिंह की बारात पाकिस्तान जाने के लिए बुधवार 23 अप्रैल को निकली थी जिसे 24 अप्रैल को वाघा-अटारी सीमा पर रोक दिया गया। बॉर्डर से दूल्हा और बारात बैरंग लौट आए।
पाकिस्तान सिंध प्रांत में सोढ़ा राजपूतों की बड़ी आबादी है, जो गोत्र परंपरा को मानते हैं और अपने समुदाय से बाहर शादी करने के लिए सरहद के इस पार के राजपूत युवाओं को वरीयता देते हैं। किराड़ू से 10 किलोमीटर इंद्रोई गांव है, बाड़मेर से 40 किलोमीटर दूर है। दूल्हे के पिता खेतीबाड़ी करते हैं, दूल्हा फाइनेंस कंपनी में काम करता है। दूल्हे शैतान सिंह ने कहा- आतंकवादियों ने जो कुछ किया वह गलत किया। मेरी शादी थी, अब रुकावट हो गई। हमें बॉर्डर के पार नहीं जाने दे रहे। क्या करें, बॉर्डर का मामला है। भारत सरकार ने फैसला लिया है तो यह सही फैसला है। आतंकवादियों की करतूत गलत है। शैतान सिंह के चचेरे भाई सुरेंद्र सिंह (27) ने कहा- हम अपने भाई की बारात लेकर पाकिस्तान जा रहे थे। पाकिस्तान से हमारे रिश्तेदार भी आए हुए थे। इनके चार बेटे पाकिस्तान के कपासकोट में रहते हैं। एक बेटा और एक बेटी बाड़मेर (राजस्थान) में रहते हैं।
हम काफी हताश हैं। आतंकी घटना से काफी नुकसान होता है। रिश्ते खराब होते हैं। बॉर्डर पर आना-जाना बंद हो जाता है। आतंकवाद गलत है। सैलानियों पर अटैक करना निंदनीय है। सैलानी किसी भी देश से आ सकते हैं। ऐसी घटना हो तो फिर कोई अपनी जगह से नहीं निकलेगा। मेरे भाई की शादी अब डिले हो जाएगी। आतंकवादियों की गलती की सजा हमें भुगतनी पड़ रही है।

