
जेईई मैन्स की प्रोविजनल आंसर की को लेकर आखिर क्यों मचा हुआ बवाल, पढ़ें खबर







खुलासा न्यूज नेटवर्क। NTA यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 10 अप्रैल को JEE मेन्स 2025 सेशन 2 की प्रोविजनल आंसर की जारी की थी। इसे लेकर अब बवाल मचा हुआ है। आंसर की जारी होने के बाद एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स और कुछ एक्सपर्ट्स आंसर की को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।
कोचिंग सेंटर्स के टीचर्स का कहना है कि फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स तीनों ही सब्जेक्ट्स के सवालों में गड़बड़ियां हैं। कम से कम 4 सवाल फिजिक्स में, 3 केमिस्ट्री में और दो सवाल मैथ्स में ऐसे हैं जिनका या तो गलत जवाब सही बताया गया है या सही जवाब ऑप्शन्स में ही नहीं है।
एक्सपर्ट्स ने कहा कि ये गड़बड़ियां उतनी छोटी नहीं है कि इग्नोर किया जा सके। एक कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर ने कहा कि एविडेंस के साथ ऑब्जेक्शन उठाया गया है। NTA को इन सवालों के लिए या तो बोनस मार्कस देने चाहिए या इन सवालों को ड्रॉप कर देना चाहिए।
फिजिक्स के एक्सपर्ट ने बताया कि हाइड्रोजन-लाइन आयन्स को लेकर एक सवाल पूछा गया है जिसका सही जवाब है 3 लेकिन आंसर की में 2 को सही जवाब कहा गया है। करेंट इलेक्ट्रिसिटी से जुड़े एक सवाल का जवाब 5mA होना चाहिए लेकिन आंसर की में जवाब 125mA दिया गया। इक्विवैलेंट रेसिस्टेंस के एक सवाल में सही जवाब ऑप्शन्स में दिया ही नहीं गया।
NTA की जेब में सीधे तौर पर आएंगे करोड़ों रुपए
अगर कुल 9 सवाल स्टूडेंट्स को गलत लग रहे हैं तो हर सवाल के लिए 200 रुपए के हिसाब से स्टूडेंट्स को कुल 1200 रुपए फीस भरनी होगी। करीब 12.5 लाख स्टूडेंट्स ने यह एग्जाम दिया था। ऐसे में अगर सभी स्टूडेंट्स ऑब्जेक्शन उठाएंगे तो NTA की जेब में सीधे तौर पर करीब 216 करोड़ रुपए जाएंगे। स्टूडेंट्स का ऑब्जेक्शन सही पाए जाने के बावजूद ये फीस उन्हें लौटाई नहीं जाएगी।
इससे पहले इस एग्जाम के लिए करीब 13 लाख स्टूडेंट्स ने 1000 रुपए की फीस भरकर रजिस्ट्रेशन कराया था। यानी रजिस्ट्रेशन के जरिए NTA की 130 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी।


