
विधायक जी इधर-उधर की बात छोड़िए विकास पर भी तो बात करें







विधायक जी इधर-उधर की बात छोड़िए विकास पर भी तो बात करें
बीकानेर। शहर में इन दिनों बीडीए के भवन निर्माण की जगह को लेकर मुद्दा गर्माया हुआ है। बीडीए बिल्डिंग की जगह को लेकर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास और प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं। जहां एक तरफ बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास अलग जगह की मांग कर रहे है तो वहीं जिला प्रशासन जोड़बीड़ में भवन निर्माण करने के मूड में है। बीडीए भवन की जगह को लेकर अब तो जेठानंद व्यास और प्रशासन में आमने-सामने जैसी स्थिति भी बनती हुई नजर आने लगी है। विधायक जी को बीडीए की बजाय बीकानेर केअनेक मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। शहर के विकास को लेकर कोई न कोई मुद्दा विधायक को उठाना चाहिए। रहीं बात जिला कलेक्टर की तो वह साइलेंट मोड़ पर काम कर रही है। हाल ही में उनकी वजह से ही जमीनों से जुड़ा बड़ा घोटाला उजागर हुआ था। शहर में काम की बात करे तो जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि और यूआईटी सेकेट्री अपर्णा गुप्ता को न मंत्री का साथ मिल रहा है और न ही विधायकों का। ऐसे में बीकानेर के विकाश की बात संभव नहीं है।
जोड़बीड़ में बने तो बढे शहर का एरिया
बीडीए आज बना है। शहर बीते 20 सालों में ही 8 से 10 किलोमीटर फैल गया। 2005 में करणीनगर-कैलाशपुरी एरिया बाहर था आज वो पॉश इलाका है। हल्दीराम प्याऊ के आगे कुछ नहीं था आज सैकड़ों कॉलोनियां बस गई। बीडीए बिल्डिंग आने वाले 100 सालों के हिसाब से बनेगा। उसके लिए उतनी जगह पहले से प्लान करने चलनी होगी जिससे आने वाले समय में बिल्डिंग बदलनी ना पड़े। आमजनों का काम सीधे बीडीए कमिश्नर से नही पड़ेगा। इसके लिए जोनवार उपायुक्त होंगे वहां फाइलों का मूल संधारण होगा। उपायुक्त का एक कार्यालय बीकानेर पश्चिम विधानसभा में खोलने का प्लान है। कुछ एक कामों की फाइलें ही आयुक्त तक जाएंगी वो कार्मिक लेकर आएगा। आमजनों के लिए उपायुक्त कार्यालय पर्याप्त है। वहां 10 बीघा जमीन है। शहर में कहीं 10 बीघा जमीन मौजूद नहीं है। शहर आने वाले कुछ सालों में तेजी से फैलेगा और तब बीडीए शहर में ही हो जाएगा।
बीडीए में हो रहे ऑनलाइन काम
कुछ लोग जोड़बीड़ को दूर बता रहे है। लेकिन अपर्णा गुप्ता के आने के बाद तेजी से काम हो रहा है। अधिकतर काम अब ऑनलाइन होने शुरू हो गए है। अगर कोई फाइल अटक गई है तो आप सीधे ऑनलाइन माध्यम से ही उसको चेक कर सकते है। ऐसे में जोड़बीड़ में बनता है तो आमजन को बार-बार वैसे ही चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
यहां भी बन सकता है
विधायक जेठानंद व्यास का तर्क है कि अगर बीडीए की बिल्डिंग जोडबीड़ में बनी तो वो शहर से दूर होगी। हालांकि उनके समर्थक 20 किलोमीटर दूर बता रहे जबकि हकीकत में वो जूनागढ़ से 11.8 किलोमीटर दूर है। विधायक का ये कहना लोगों को जंच रहा है कि बीडीए में एक बार जाने से काम नहीं होता। पहले यूआईटी और मौजूदा बीडीए की कार्यप्रणाली ऐसी है कि लोगों को अपने काम के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं। इतनी दूर होने पर लोगों का समय और पैसा दोनों खराब होगा। इसके लिए आईजीएनपी, भेड़-ऊन विभाग की गजनेर ओवरब्रिज के पास की जमीन या मौजूदा बीडीए दफ्तर को बहुमंजिला बनाकर शहर में भवन बनाया जा सकता है।


