
महिला ने एडिशनल एसपी पर महिला ने लगाया तंग-परेशान करने का आरोप, आईजी से कहा- मैं आत्महत्या कर सकती हूं,पढ़ें खबर







खुलासा न्यूज, बीकानेर। एडिशनल एसपी हनुमानगढ़ जक्शन पर मजदूर महिला का परेशान करने के आरोप लग रहे है। इस संबंध में पीडि़ता ने रेंज आईजी ओमप्रकाश को ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग की है। हनुमानगढ़ जक्शन वार्ड नंबर छ: निवासी प्रिया पत्नी प्रकाश ने आईजी को दिए ज्ञापन में बताया कि वह घर घर जाकर पौचा, बर्तन कर अपन परिवार का जीवन यापन करती है तथा मुझ प्रार्थीया को काम की जरूरत थी तो लिबास बूटीक वालों ने मुझे मैडम नीलम चौधरी एडिशनल एस.पी. हनुमानगढ जक्शन के यहां पर 04 नवंबर 2024 को उनके यहां पर 8,000/- रूपये प्रतिमाह के हिसाब से काम पर रखवाया था तथा 4 माह करीब इमानदारी के साथ काम किया तथा किसी प्रकार की शिकायत मैडम नीलम चौधरी को आने नहीं दी। मैंने करीब मार्च के मध्य में मैडम को काम छोडने का कहां था कि मैं अब आपके यहां काम नहीं कर पाऊंगी, तब मैडम अत्यधिक नराज हो गई और कहां कि तुझ मेरे यहां से काम छोड़ कर नहीं जा सकती हो, तुम्हे मेरे यहां ही जीवन भर गुलामी करने पड़ेगी। तब मैंने करीब 25 मार्च 2025 को मैडम के यहां से काम छोड़ दिया। 26 मार्च 2025 को सुबह 8.30 बजे वार्ड नं. 10 के पार्षद गुरुदीप बराड़ हमारे घर आये और कहां कि मैडम नीलम चौधरी ने मुझे आपके यहां भेजा है उन्होंने कहां है कि उनके घर से 30,000/- रुपये गायब हो गये है जो आपने चुराये है। तब मैने कहां कि मैनें 30,000/- रूपये मैने नहीं चुराये है। तब पार्षद ने कहां कि यह पुलिस वाले है तुम्हारे साथ कुछ भी कर सकते है। तब मैने कहां कि मेरी मजदुरी भी बकाया है। तो पार्षद ने कहां कि तुम्हे हनुमानगढ़ में रहना है तो चुपचाप मैडम नीलम चौधरी को 30,000/- रूपये दे दो तो मामला यही रफा दफा हो जायेगा, नहीं तो तुम्हे झुठे मुकदमें में जेल जाना पड़ेगा। तब मैं व मेरे परिवार के लोग अत्यधिक डर गये और मेरे लड़कों ने जहां काम करते है वहां से 30,000/- रूपये एड़वास उठाकर पार्षद गुरदीप बराड़ को लाकर दिये और पार्षद के साथ मैं व मेरे परिवार के लोग मैडम नीलम चौधरी के घर पैसे देने गये, तब मैडम जबरदस्ती मुझे पैर पकड़वाकर माफी मांगने पर मजबुर किया और कहा कि अब 30000 हजार रुपए नहीं बल्कि अब आपको मुझे जनवरी में मेरा जो सामान चोरी हो गया था अब उसके रुपए भी आपको देने होंगे। इसके बाद नीलम चौधरी द्वारा पुलिस थाने थाने में शिकायत दर्ज की और मुझ प्रार्थीया को तीन बार थाने बुलाया गया। जिसमें सब इंस्पेकटर चुनका व वृत अधिकारी हनुमानगढ द्वारा मेरे बयान लिये गये। इसके साथ पार्षद के भी बयान लिये गये। जिसमें मुझे दोषी नहीं पाया गया, मुझ प्रार्थीया के अलावा नीलम चौधरी के घर पर दो अन्य महिला व होमगार्ड भी काम करते थे। इस प्रकार मुझ प्रार्थीया को लगभग 10 दिनों से मैडम नीलम चौधरी के आदेशों के अनुसार मुझ प्रार्थीया को अधनिस्थ अधिकारियों द्वारा मुझे मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है । मैं प्रार्थीया बहुत ज्यादा परेशान हो चुकी हूं, मुझे मरने को मजबूर किया जा रहा है और मैं कभी भी आत्माहत्या कर सकती हूं। अगर मेरे द्वारा यह कत्य किया जाता है तो इसकी समस्त जिम्मेवारी नीलम चौधरी की होगी। मुझ प्रार्थीया ने हर तरह से माफी मांगी, लेकिन मैडम नीलम चौधरी द्वारा मुझ गरीब मजदुर महिला को नाजायज तंग व परेशान किया जा रहा है। जबकि मैंने किसी भी प्रकार की मैडम नीलम चौधरी के घर से चौरी नहीं की तथा मैडम द्वारा दिये गये परिवाद में मुझ प्रार्थीया ने थाना जाकर पूर्ण सहयोग किया है।
प्रार्थिया ने ज्ञापन में मांग की कि एडिशनल एस.पी. हनुमानगढ जक्शन नीलम चौधरी द्वारा मुझ गरीब व मजदुर महिला को न्याय दिलवाने की कृपा करें तथा मैडम नीलम चौधरी के घर हुई चोरी हुवे सामान की निष्पक्ष जांच करवाने की भी कृपा करें।

