
भागवत कथा : प्रत्येक जीवन में मनुष्य को सत्कर्म करना चाहिए : आचार्य बजरंगदास जी महाराज






बीकानेर। गोपेश्वर बस्ती क्षेत्र स्थित भंवर लाल पुत्र रामनारायण मोदी बगेची मोदी कुंआ स्थितश्री जंगलेश्वर महादेव मंदिर परिसर में गुरूवार को भागवत कथा के मुख्य यजमान यज्ञ निर्माण महायज्ञ भागवत कथा आचार्य बजरंग दास जी महाराज ने पांचवें दिन कथा में बताया कि मनुष्य शरीर तुझे मिला तो भगवत प्राप्ति और स्मरण करने के लिये मिला है। छोटा बच्चा भी माता पिता की बात कब तक मानता है। जब थोड़ा बड़ा हुआ स्कूल गया तो थोड़ा प्रेम अपने मित्रों में बांट दिया। पढ़ लिखकर एमए पास होकर आया। माता पिता ने शादी कर दी और जैसे माता पिता ने शादी करी और सारी की सारी डोर श्रीमती के चरणों में डाल दिया। माता पिता का कहना बच्चा जब तक मानता है जब तक श्रीमती न आ आये और जब श्रीमती आ जाती है तो सारा प्रेम उसी की ओर चला जाता है। मनुष्य शरीर मिलना बहुत बड़ी बात है इसे ऐेसे ही मत समझना। मनुष्य शरीर देवता भी इस शरीर में आने के लिये तरसते है। देवता भी कहते है इस मनुष्य ने कौन सा कर्म किया है, जिससे इन्हें मनुष्य शरीर प्राप्त हुआ है। भारत ही हमारी माता है। भारत हमारा जीवन है और भारत में हम लोग रहके जितने भी महारापुरूषों का जन्म हुआ है वो हमारे भारत में ही हुआ है। भारत में दिव्य अवतार भी भारत में हुआ है तो प्रत्येक जीवन में मनुष्य को सत्कर्म करना चाहिए। भगवान का नाम काम करते-करते भी लेते रहे उससे भी आपका कल्याण हो जायेगा।वहीं पांचवे दिन ओर 108 कुंडीय गौरीशंकर महायज्ञ में लोगों ने सोमवार को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक गौरी और शंकर महामंत्र की आहुतियां दीं। यज्ञ के मुख्य यजमान मोहन सोनी का परिवार रहा। जिन्होंने यज्ञ में आहुतियां दी मुख्य यजमान मोहन सोनी के परिवार ने की वाणी गायक बद्री, शिव सुथार, संदीप मसरफ, हरि गोपाल, श्रीजी एल तिवाडी, हेमाराम जोशी, राष्ट्रीय अध्यक्ष गुर्जर गौड़ युवक संघ अनिल जोशी, शुभकरण पूर्व सरपंच, गोपाल जोशी, देवकरण, किशन मोदी, भंवर लाल मोदी, विमल बिनावरा, सनातन धर्म रक्षा मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित, सीताराम कच्चछावा, झंवर लाल टांक, नंद किशोर गहलोत, नत्थुराम सुथार, लक्ष्मी नारायण सुथार, संतोष उपाध्याय व लोकेश गहलोत शामिल रहे।


