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“तू मैं एक रक्त ” के साथ-साथ वनवासी भाइयों की अस्मिता व संस्कृति की रक्षा जरूरी: विजय कुमार

“तू मैं एक रक्त ” के साथ-साथ वनवासी भाइयों की अस्मिता व संस्कृति की रक्षा जरूरी: विजय कुमार

खुलासा न्यूज। जिला उद्योग संघ में आयोजित राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद की वार्षिक संगोष्ठी में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के सहव्यवस्था प्रमुख माननीय श्री विजय कुमार जी ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए, सभी से यह आह्वान किया कि हमें वनवासी भाइयों के साथ “तू मैं एक रक्त” का भाव तो जन-जन में जागृत करना ही है साथ ही साथ उनकी अस्मिता व उनकी संस्कृति को बनाए रखना, उसे किसी भी प्रकार से क्षति नहीं पहुंचे इस पर भी विशेष ध्यान देना है। वनवासियों की संस्कृति व अस्मिता रामायण काल व महाभारत काल से ही हमारे राष्ट्र की धरोहर है। विजय जी ने वनवासी क्षेत्र में हुए महापुरुषों का भी वर्णन किया। इस कार्यक्रम में पधारे प्रांतीय संगठन मंत्री श्री जगदीश प्रसाद कुलमी, मुख्य अतिथि लालू राम भील ने समाज के लिए किया जा रहे उत्थान के कार्यों पर प्रकाश डाला विशिष्ट अतिथि श्रीराम नायक ने राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद द्वारा इस क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के लिए आभार व्यक्त किया ।कार्यक्रम का शुभारंभ सुधा आचार्य एवं टीम के द्वारा प्रस्तुत गीत “संकल्प करें कृतिसील बने”के साथ हुआपरिषद के अध्यक्ष सुशील कुमार बंसल ने सभी पधारे अतिथियों का स्वागत किया एवं पूरे वर्ष भर में वनवासी भाइयों के लिए बीकानेर महानगर इकाई के द्वारा किए गए कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। मंच का संचालन राजेंद्र शर्मा द्वारा किया गया।

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