
पानी नहीं देने पर एसडीएम-एडीएम को ऑफिस में किया बंद, 15 फरवरी को चक्का जाम की चेतावनी






खुलासा न्यूज बीकानेर। घड़साना में सिंचाई पानी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने अधिकारियों को एसडीएम ऑफिस में तीन घंटे तक बंदी बनाए रखा। किसान मोर्चा लंबे समय से इंदिरा गांधी नहर परियोजना से सिंचाई के लिए पानी की मांग कर रहा है। इसे लेकर मंगलवार को मोर्चा ने बड़े स्तर पर एसडीएम ऑफिस पर धरना दिया। किसान मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने इंदिरा गांधी नहर प्रोजेक्ट रेगुलेशन के चीफ प्रदीप रस्तोगी से एसडीएम कार्यालय में बातचीत की। प्रोजेक्ट रेगुलेशन चीफ रस्तोगी द्वारा सिंचाई पानी देने से मना कर दिया और धरना खत्म करने के लिए कहा। हालांकि किसान नेताओं ने देर शाम करीब साढ़े 7 बजे अधिकारियों को ऑफिस से बाहर आने दिया। लेकिन चेतावनी भी दी कि अगर मांगें नहीं मानी गई तो 13 फरवरी को महापड़ाव डाला जाएगा और नेशनल हाईवे 911 को जाम किया जाएगा। इस बीच किसान नेताओं का कहना है कि धरना लगातार जारी रहेगा।
वार्ता में बात नहीं बनी तो किया बंद
किसान मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने दोपहर करीब 12 बजे से शाम 4:30 बजे तक अधिकारियों के साथ 5 दौर की बातचीत की। इसके बाद भी जब बात नहीं बनी तो आक्रोशित किसानों ने उसी समय एसडीएम कार्यालय के सभी दरवाजों को लकड़ी की बल्लियां लगाकर बंद कर दिया। ऐसे में प्रोजेक्ट रेगुलेशन चीफ प्रदीप रस्तोगी, एडीएम अशोक सांगवा, एसडीएम दीपक चंदन, एडिशनल एसपी भंवर लाल, डिप्टी प्रशांत कौशिक, तहसीलदार बबीता ढिल्लो, एसई रेगुलेशन और एसई श्रीविजयनगर 3 घंटे तक ऑफिस में बंद रहे।
किसान नेता बोले- 15 फरवरी से करेंगे चक्का जाम
किसान नेता सत्यप्रकाश सियाग ने कहा कि सिंचाई पानी न मिलने से फसलें बर्बाद हो जाएंगी। किसानों ने मांगे पूरी नहीं होने पर 13 फरवरी को 620 आरडी पर किसान महापड़ाव डालने का फैसला लिया। 15 फरवरी से चक्का जाम करके नेशनल हाईवे-911 को अलग-अलग जगहों से जाम किया जाएगा। प्रथम चरण से जुडऩे वाले क्षेत्र रामसिंहपुर, अनूपगढ़, रावला, घड़साना, 365 हेड, खाजूवाला, सत्तासर, 465 हेड, लूणकरणसर, श्रीविजयनगर, रावतसर और नौरंगदेसर को जाम किया जाएगा।


