
फलोदी सट्टा बाजार में AAP-BJP का क्या चल रहा भाव? जारी हुए ताजा आंकड़े




खुलासा न्यूज़। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार में जारी आंकड़े सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गए हैं। सट्टा बाजार की भविष्यवाणियां, जो अक्सर चुनावी नतीजों के नजदीक पहुंचने का दावा करती हैं, इस बार भी चुनावी दिशा को लेकर दिलचस्प संकेत दे रही हैं।
भाजपा का मजबूत प्रदर्शन
सट्टा बाजार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए 1.50 रुपये का भाव खोला गया है, जो पार्टी के पक्ष में मजबूत स्थिति को दर्शाता है। इस भाव का मतलब है कि सट्टा बाजार को भाजपा की जीत की संभावना सबसे अधिक नजर आ रही है। पार्टी के मजबूत चुनावी अभियान और दिल्ली में अपने बढ़ते प्रभाव ने इसे सट्टा बाजार में मुख्य दावेदार बना दिया है।
आम आदमी पार्टी का कड़ा मुकाबला
आम आदमी पार्टी (AAP), जिसने पिछले चुनावों में दिल्ली पर अपना प्रभुत्व कायम किया था, इस बार भी सट्टा बाजार में प्रमुख दावेदार के रूप में उभर रही है। AAP के लिए 70-80 पैसे का भाव चल रहा है, जो यह बताता है कि सट्टा बाजार में भाजपा और AAP के बीच कड़ी टक्कर है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की योजनाओं और स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति अभी भी मतदाताओं को प्रभावित करती दिख रही है।
कांग्रेस के लिए निराशाजनक आंकड़े
कभी दिल्ली की सत्ता पर काबिज रही कांग्रेस पार्टी सट्टा बाजार में बेहद कमजोर स्थिति में है। कांग्रेस के लिए चुनाव जीतने की संभावना लगभग न के बराबर है। पार्टी के लिए 90 पैसे का भाव दिया जा रहा है, जो यह दर्शाता है कि सट्टा बाजार में कांग्रेस को कोई बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद नहीं है।
सट्टा बाजार की भूमिका और हकीकत
यह महत्वपूर्ण है कि सट्टा बाजार के ये आंकड़े केवल कयास हैं और चुनावी नतीजों पर इनका कोई आधिकारिक प्रभाव नहीं होता। सट्टा बाजार आम जनता की धारणाओं और चर्चाओं के आधार पर चलता है, जबकि वास्तविक नतीजे जनता के मतदान और जमीनी मुद्दों पर आधारित होते हैं।
निष्कर्ष
दिल्ली चुनाव 2025 में भाजपा और AAP के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद की जा रही है। भाजपा जहां अपनी राष्ट्रीय पहचान और मजबूत संगठनात्मक ढांचे के बल पर चुनावी बढ़त बनाने की कोशिश कर रही है, वहीं AAP अपनी लोकल गवर्नेंस मॉडल और योजनाओं के साथ मैदान में डटी हुई है। कांग्रेस के लिए यह चुनाव अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने का एक और मौका हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सट्टा बाजार की भविष्यवाणियों और चुनावी कयासों पर आधारित है। हमारा उद्देश्य किसी भी प्रकार के सट्टा या गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देना नहीं है। चुनाव के वास्तविक परिणाम जनता के मतदान पर निर्भर करते हैं।




